गुरुवार, 13 अक्तूबर 2011

कालेधन के खिलाफ कालेधन से ही हो रही आडवाणी की यात्रा पर कांग्रेस ने हल्ला बोला 10 सवाल पूछकर मांगा जवाब


 कालेधन के खिलाफ कालेधन से ही हो रही आडवाणी की यात्रा पर कांग्रेस ने हल्ला बोला 10 सवाल पूछकर मांगा जवाब
भोपाल 12 अक्टूबर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने राजनीति में स्वच्छता लाने, भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ कथित तौर पर पवित्र भावनाओं को लेकर कल से भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणाी की जन-चेतना यात्रा के प्रदेश प्रवेश का अतिथि देवौभव: के अनुरूप स्वागत तो किया है परन्तु उसके औचित्य पर भी कई सवाल उठाते हुए कहा है कि कालेधन के खिलाफ कालेधन का ही उपयोग कर आडवाणी इस यात्रा के माध्यम से क्या व कौन सा संदेश देना चाहते है? उन्होंने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में जिस यात्रा का खर्च जे.पी. सीमेन्ट के मालिक सन्नी गौर उठा रहे हो वहां भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ भाजपा और आडवाण्ाी की मंशा स्वत: स्पष्ट हो रही हैं!
मिश्रा ने आज यहां जारी अपने बयान में आडवाणी पर दस सामायिक,विचारणीय और ज्वलंत प्रश्नों की बौछार करते हुए राजनैतिक शुचिता, भ्रष्टाचार और कालेधन की समस्या से आह्त प्रदेशवासियों की ओर से इन प्रश्नों का जवाब मांगा है : -
1.आपने इस यात्रा को गुजरात में सरदार पटेल की जन्मस्थली से प्रारंभ करने का आगाज़ किया था, क्या कारण है कि इस स्थान और प्रान्तको बदल कर बिहार में जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली से इस यात्रा को प्रारंभ करना पड़ा?
2.यात्रा में निहित उद्देश्यों के यदि आप और आपकी पार्टी पक्षधर है तो क्या कारण है कि गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति का आप और आपकी पार्टी ने पुरजोर विरोध किया?
3.एन.डी.ए. सरकार के दौरान 6 वर्षो तक आप देश के गृहमंत्री और उप-प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण ओहदे पर रहे किन्तु इन मुद्दों पर तब आपकी रूचि क्यों नही?
4.भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों को लेकर लोकायुक्त की टिप्पणी के बाद हटाये गये मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और अवैध धन कमाने वाले 8 हजार करोड़ी रेड्डी बंधुओं को आपकी पार्टी के भीतर संरक्षण देने वाले कौन है?
5.आपकी यात्रा के संयोजक भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अनंतकुमार है। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की नायिका नीरा राडिया से उनकी सम्बध्दता और एन.डी.ए. सरकार के दौरान मंत्री पद पर रहते हुए उनके द्वारा किये गये 14 हजार करोड रूपयों के हुडको घोटाले को लेकर आपका अभिमत क्या है?
6.क्या यह सच नहीं हैं कि कालेधन को लेकर एस. गुरूमुर्ति की टास्कफोर्स के दावों के पूर्व आपने ही एक पत्रकार-वार्ता में जो बाते कहीं थी उसके बाद यू.पी.ए. अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आपने माफी मांगी, ऐसा क्यों?
7.भ्रष्टाचार के मामले में अब तक आप और आपकी पार्टी ने सिर्फ क्वात्रोची और हसनअली का ही नाम लिया है शाहिद बलवा का नाम लेते हुए आप और आपकी पार्टी खामोश क्यों है?
8.कल यानि 13 अक्टूबर को जिस मध्यप्रदेश में आपकी यात्रा का आगाज़ हो रहा हैं वहां मुख्यमंत्री सहित दो पूर्व मंत्री, 8 मंत्री, 49 आयएएस, 8 आयपीएस, 8 आयएफएस और 111 अन्य नौकरशाहों के खिलाफ लोकायुक्त संगठन में भ्रष्टाचार के गहन गंभीर व प्रामाणिक मामलों को लेकर प्रकरण दर्ज है। दागी मंत्रियों को लेकर आपका अभियान सिर्फ केन्द्र सरकार तक ही सीमित क्यों रहता है, इस विषयक मध्यप्रदेश को लेकर आपकी खामोशी और कई भ्रष्टतम मंत्रियों को आप सहित भाजपा के अन्य राष्ट्रीय नेताओं का संरक्षण किस बात का प्रतीक हैं?
 
 
9.मध्यप्रदेश के एक आयएएस दम्पत्ति अरविन्द-टीनू जोशी के निवास पर पड़े छापों में 350 करोड़ रूपयों की अकूत सम्पत्ति सामने आई है, भाजपा शासित राज्य सरकार उनके खिलाफ अब तक नरम रूख अपनाए हुए हैं, ऐसा क्यो? शायद इसलिए कि उनके पिता और प्रदेश के पूर्व आयपीएस एच.एम. जोशी गत् वर्षो भोपाल में सम्पन्न राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के समागम समारोह के न केवल प्रमुख थे बल्कि इन अवैध सम्पत्तियों में उनकी भागीदारी के भी दस्तावेज बरामद हुए हैं। क्या संघ के लोग भी भ्रष्टाचार करते है?
10.आप और आपकी पार्टी राजनैतिक शुचिता की कथित दुहाई तो देती है, किन्तु रायपुर (छत्तीसगढ) में रामानंद - राजेश अग्रवाल से सम्बध्द महामाया ग्रुप पर आयकर के छापों के दौरान करोड़ों रूपयों की टेक्स चोरी हाल ही में पकड़ी गई है। वे भाजपा के व्यापारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी है। इसी प्रकार मध्यप्रदेश में भी के.एस. ऑईल मिल के मालिक रमेश गर्ग हैं, जिन्हे गत् वर्षो मध्यप्रदेश सरकार ने भामाशाह अवार्ड से नवाजा था। इसके बाद वे करोड़ाें रूपयों की टेक्स चोरी के आरोपी के रूप में सामने आये और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने उन्हे मध्यप्रदेश भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ का संयोजक बना दिया है। यही नहीं आर.जी.पी.वी. में एक साधारण शिक्षक रहे भोपाल के डॉ. सुधीर शर्मा जो इन दिनों करोड़ों-अरबों रूपयों के मालिक हैं, जो भाजपा के कार्यकर्ता भी नहीं थे उसके बावजूद भी उन्हें झा ने प्रदेश भाजपा के शिक्षा प्रकोष्ठ का संयोजक नियुक्त कर डाला है। इनकी सम्पत्तियों की यदि चर्चा की जाए तो आज वे वी.एन.एस. ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल इन्स्टीटयुट भोपाल, उत्तम एग्रो भोपाल, आर्किट बॉयोटेक प्रा.लि. रूड़की (उत्तराखंड), एस.आर. फॉर्मूलेशन इंडिया प्रा.लि. मुम्बई, एस.आर. फेरो अलॉय कजली, मेघनगर जिला झाबुआ के चेअरमेन हैं और इनसे सम्बध्द उक्त सारे कॉर्पोरेट आफिस वे भोपाल से ही संचालित कर रहे है। एकाएक इनकी आर्थिक समृध्दि का कारण क्या है, उन्हें किन भाजपा नेताओं का संरक्षण प्राप्त है? हाल ही के वर्षो में उक्त नवधनाढयों को राजनैतिक सम्मान से नवाजने के पीछे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष की कौन सी मजबूरी या ईमानदारीपूर्ण इच्छाशक्ति छुपी हुई है?


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