शनिवार, 16 अगस्त 2008

मुरैना के पुस्‍तक विक्रेताओं ने फहराया तिरंगा, बांटी मिठाई और दिये भोज

मुरैना के पुस्‍तक विक्रेताओं ने फहराया तिरंगा, बांटी मिठाई और दिये भोज

मुरैना 15 अगस्‍त 2008,  मुरैना के पुस्‍तक विक्रेताओं ने सदर बाजार मुरैना में स्थित नेशनल बुक स्‍टोर्स पर तिमंजिले पर तिरंगा ध्‍वज फहराया । तिरंगें का आरोहण नेशनल बुक स्‍टोर्स के संचालक एवं जिला युवक कांग्रेस (ग्रामीण) के जिला उपाध्‍यक्ष श्री अमित कुमार गुप्‍ता एडवोकेट ने किया ।

इस अवसर पर जिले भर के पुस्‍तक विक्रेता उपस्थित थे । इसके अतिरिक्‍त अनेक गण्‍यमान्‍य नागरिक, समाजसेवी व पत्रकार भी मौके पर मौजूद थे । जिसमें सर्व श्री कैलाश नाथ गुप्‍ता, अमित गुप्‍ता, मुकेश गुप्‍ता, नारायण बांदिल, संजय गुप्‍ता, श्रीमती रीता सिंह, अभिजीत सिंह तोमर, अजब सिंह तोमर, अशोक बुक स्‍टोर्स, अतर सिंह डण्‍डोतिया, ईशु बुक स्‍टोर्स आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।

ध्‍वजारोहण के पश्‍चात पुस्‍तक विक्रेताओं द्वारा मिष्‍ठान्‍न वितरण भी किया गया इसके अतिरिक्‍त भोज का आयोजन भी किया गया ।

ध्‍वजारोहण के पश्‍चात श्री अमित कुमार गुप्‍ता ने स्‍वतंत्रता दिवस के परिप्रेक्ष्‍य व स्‍वतंत्रता प्राप्ति पर विस्‍तृत प्रकाश डाला । श्री गुप्‍ता ने केन्‍द्र सरकार द्वारा किये गये लोकोपयोगी कार्यो व उपलब्धियों पर भी विस्‍तार से प्रकाश डाला । इसके पश्‍चात राष्‍ट्रगान व राष्‍ट्रगीत भी गाया ।

 

गुरुवार, 14 अगस्त 2008

आओ बच्‍चो तुम्‍हें दिखायें झांकी हिन्‍दुस्‍तान की- एक लाख रू से ज्‍यादा में होगी एक हैण्‍ड पम्‍प की खुदाई, तीन लाख में तीन और ढाई लाख में सात हैण्‍ड पम्‍प लगायेगें साहब

आओ बच्‍चो तुम्‍हें दिखायें झांकी हिन्‍दुस्‍तान की- एक लाख रू से ज्‍यादा में होगी एक हैण्‍ड पम्‍प की खुदाई, तीन लाख में तीन और ढाई लाख में सात हैण्‍ड पम्‍प लगायेगें साहब

एक ही मंजूरी में दो दोगले सरकारी आदेश निर्माण कार्यों के लिए 36 लाख रूपये मंजूर

 

मुरैना 12 अगस्त 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने संसदीय एवं विधान सभा क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 36 लाख 18 हजार 500 रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदाय की है।     

       सांसद श्री अशोक अर्गल की अनुशंसा पर सबलगढ़ जनपद के ग्राम रहूंकागांव में पत्थर खरंजा निर्माण के लिए 2 लाख 99 हजार , कैलारस में सी.सी.रोड़ निर्माण के लिए 1 लाख 26 हजार रूपये और वार्ड नम्बर 27 मुरैना के कब्रिस्तान की वाउण्ड्रीबाल और मैनगेट निर्माण के लिए 82 हजार रूपये मंजूर किये गये हैं । पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा विधायक मुरैना श्री रूस्तम सिंह की अनुशंसा पर वार्ड-7 मुरैना में सी.सी.खरंजा निर्माण के लिए 48 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है ।

       विधायक सबलगढ़ श्री मेहरवान सिंह रावत की अनुशंसा पर जनपद पंचायत कैलारस के ग्राम लुधाया में दो, ग्राम रजपुरा में एक और ग्राम खेडाकलां में 3 हैण्ड पम्प खनन हेतु 2 लाख 99 हजार 400 रूपये, सी.सी.खरंजा निर्माण के लिए ग्राम सांगोरिया में 2 लाख रूपये, ग्राम जनकपुर में डेढ़ लाख रूपये, पनिहारी के मायाराम का पुरा में डेढ लाख रूपये, खेडातोर में डेढ लाख रूपये और मानचौन में 2 लाख रूपये तथा पत्थर खरंजा निर्माण के लिए ग्राम जोरकीगढ़ी में डेढ़ लाख रूपये, चैनकापुरा में 2 लाख और बत्तोखर में 2 लाख रूपये, सिमरौदा किरार में ग्राम स्वराज भवन और प्राथमिक शाला में बाउण्ड्री बाल निर्माण के लिए एक लाख रूपये और जौरा के प्रतीक्षालय निर्माण के लिए 1 लाख 14 हजार रूपये, की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है ।

       इसी प्रकार विधायक सुमावली श्री गजराज सिंह सिकरवार की अनुशंसा पर मुरैना गांव में खाखी बाबा मंदिर के पास वाण्ड्रीवाल निर्माण के लिए एक लाख रूपये, सी.सी. खरंजा निर्माण के लिए जौरी में 4 लाख रूपये, खण्डौली में डेढ लाख रूपये और सांटा में डेढ लाख रूपये, मानपुर पृथ्वी में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए डेढ लाख रूपये, तथा पिपरसा में 3 और जाफरावाद में 4 हैण्ड पम्प खनन के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये की राशि मंजूर की गई है ।

 

बुधवार, 13 अगस्त 2008

अर्जुन सिंह मुरैना से लड़ेंगें लोकसभा चुनाव

अर्जुन सिंह मुरैना से लड़ेंगें लोकसभा चुनाव

सुप्रिया रॉय
डेटलाइन इंडिया
नई दिल्ली, 8 अगस्त- केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन क्या अगले लोक सभा चुनाव में उम्मीदवार होंगे? कांग्रेस में इस बात को ले कर सरगर्मियों का बाजार गर्म है। वैसे तो श्री सिंह ने कहा था कि वे राजनीति की अपनी पारी खेल चुके हैं और अब राजनीति नहीं करेंगे लेकिन उनके समर्थकों और खासतौर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस में मौजूद उनके भक्तों का मानना है कि श्री सिंह को अगला लोकसभा चुनाव जरूर लड़ना चाहिए।

अब सवाल यह है कि श्री सिंह अगर लोकसभा चुनाव लड़ना तय कर लेते हैं तो उनका चुनाव क्षेत्र कौन सा होगा। अपने इलाके रीवा और फिर होशंगाबाद से राजनैतिक विश्वासघातों के कारण वे दो लोकसभा चुनाव हार गए लेकिन पार्टी में उनकी जरूरत को देखते हुए उन्हें राज्यसभा में लाया गया और केन्द्र में मंत्री बनाया गया। कांग्रेस कार्यसमिति के वे एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं और कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के सबसे विश्वास पात्रों में गिने जाते हैं।

कांग्रेस में यह खबर गर्म है कि अर्जुन सिंह को सलाह दी गई है कि वे हाल ही में परिसीमन के दौरान आरक्षित से सामान्य हुई मुरैना लोकसभा सीट से नामांकन भरें। मुरैना लोकसभा क्षेत्र ठाकुरों और पिछड़े वर्गों से भरा हुआ है और इन दोनों वर्गो में अर्जुन सिंह को अपराजेय माना जाता है। कांग्रेस सूत्रों का यह भी कहना है कि चंबल और ग्वालियर इलाके में कांग्रेस की सबसे बड़ी ताकत ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं और वे निजी तौर पर अर्जुन सिंह का बहुत आदर करते हैं। पिछले दिनों श्री सिंधिया और अर्जुन सिंह ने इस इलाके का एक तूफानी दौरा किया था। अगर ग्वालियर के महाराज श्री सिंधिया अर्जुन सिंह को मुरैना से चुनाव लड़ने की स्वीकृति देते हैं तो कांग्रेस की यह सीट तो पक्की है।

भाजपा के पास अब तक इस सीट से लड़ने के लिए कोई उम्मीदवार नहीं है। हाल ही में विश्वास मत के दौरान लोकसभा में नोटों के बंडल दिखाने वाले अशोक अर्गल तीसरी बार यहां से सांसद बने हैं लेकिन सीट के सामान्य हो जाने के बाद वे विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। भाजपा के पास दूसरा कोई उम्मीदवार नहीं है जिसकी जीत सुनिश्चित मानी जा सके।

पुलिस अधिकारी से नेता बने मुरैना से विधायक और मंत्री रूस्तम सिंह गुर्जर हैं और इस इलाके में गुर्जरों के एक लाख से कुछ ज्यादा वोट हैं। लेकिन रूस्तम सिंह डाकुओं को शरण देने और अब अपना एक टीवी चैनल स्थापित कर लेने के कारण विवादों के घेरे में आ चुके हैं और उन्हें मजबूत उम्मीदवार नहीं माना जा सकता। भाजपा की ओर से सिर्फ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर सही उम्मीदवार हो सकते थे लेकिन उन्होंने तो घोषणा ही कर दी है कि वे विधानसभा या लोकसभा दोनों में से कोई चुनाव नहीं लडेंगे।

मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह इसी अंचल के हैं और वे अर्जुन सिंह के रिश्तेदार भी हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच राजनैतिक तौर पर कोई मधुर संबंध नहीं हैं लेकिन जब अर्जुन सिंह की बात आएगी तो वे खुलेआम विरोध नहीं कर पाएंगे। जब श्री अर्जुन सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक लाइन में जवाब दिया कि यह सूचना मैं आप से पा रहा हूँ, उस क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने उम्मीदवार खुद चुनेंगे और न मैंने कोई आवेदन किया है और न मेरे पास कोई प्रस्ताव आया है।

ज्योतिरादित्य ने कहा, अर्जुन सिंह ने माना

डेटलाइन इंडिया
नई दिल्ली, 8 अगस्त- मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह और संचार राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तालमेल का एक नया उदाहरण सामने आया है। श्री सिंधिया ने देश के सभी डाकियों के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालयों में प्रवेश दिलवाने में प्राथमिकता देने के लिए श्री सिंह को जो पत्र लिखा था, उसे मंजूरी मिल गई है। डाक कर्मी तो श्री सिंधिया को दुआएं देेंगे ही, इससे मध्य प्रदेश की राजनीति के बदलते हुए समीकरणों का भी आभास हो जाता है।

संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया न केवल शहरी क्षेत्रों में संचार सेवाओं के विस्तार और सुधार पर जोर दे रहे हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में डाक सेवाओं में सुधार के लिए भी प्रयास कर रहे हैं।

श्री सिंधिया ने ग्रामीण डाक सेवा के कर्मचारियों से अनेक बैठकें की और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर डाक सेवा प्रदान करने में उनको आ रही दिक्कतों और परेशानियों के बारे में चर्चा की। ग्रामीण डाक सेवा के कर्मचारियों ने अपनी अनेक मांगे श्री सिंधिया के सम्मुख रखी, जिनमें एक प्रमुख मांग यह थी कि उनके बच्चों को केन्द्रीय विद्यालयों में वरीयता के आधार पर दाखिला दिया जाए।

श्री सिंधिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुन सिंह को पत्र लिख कर मांग की ग्रामीण डाक सेवकों के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय में केन्द्रीय/सैन्य कर्मचारियों के समान दर्जा दिए जाने की मांग की ताकि इनके बच्चों की पढ़ाई लिखाई सही तरीके से हो सके।

मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुन सिंह ने श्री सिंधिया को पत्र लिख कर सूचित किया कि उनकी यह मांग मान ली गई है और ग्रामीण डाक सेवकों के बच्चों अगले शैक्षणिक सत्र से केन्द्रीय विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।

श्री सिंधिया ने ग्रामीण डाक सेवकों की सेवा शर्तो में सुधार व अन्य मांगें, जिनमें तबादले, क्षतिपूर्ति के आधार पर नियुक्तियां व स्टेशनरी भत्ताा बढ़ाने जैसी मांगे भी मान लिए हैं और इस संबंध में आवश्यक निर्देश दे दिए हैं।

 

पाखण्‍डीयों का ईश्‍वर भक्ति ढोंग महज राज साधन हेतु होता है

जब गलत लोग या आसुरी प्रवृत्ति के लोग भगवान या ईश्‍वर का नाम सुमरने लगें या उसकी दुहाई देंनें लगें तो चतुर मनुष्‍यों को सावधान हो जाना चाहिये । यह आभास हो जाना चाहिये कि खतरा आसन्‍न व सन्निकट ही है ।

कुप्रवृत्तियों, दूषित प्रवृत्तियों, रजोगुण व तमोगुण में लिप्‍त मनुष्‍यों व पाखण्‍डीयों द्वारा ईश्‍वर का नाम लेने व ईश्‍वरीय आस्‍था व श्रद्धा का ढोंग एवं पाखण्‍ड करने से ईश्‍वर भी घृणा का पात्र हो जाता है और लोग ईश्‍वर में कलंक देखने लगते हैं अत: अनुचित वर्ण व अनुचित मनुष्‍य के कानों में व जिह्वा पर ईश्‍वर का नाम मात्र भी नहीं आना चाहिये ऐसे लोगों के कानों में व मुंह में पिघला हुआ सीसा भर देना चाहिये ।  - संकलित चाणक्‍य नीति एवं वेदों से

 

शस्त्र लायसेंस के लिए अतिरिक्त आवेदन नहीं लिये जायेंगे

शस्त्र लायसेंस के लिए अतिरिक्त आवेदन नहीं लिये जायेंगे

मुरैना 12 अगस्त 08/ शस्त्र लायसेंस के लिए प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण कर वरिष्ठता के आधार पर निराकरण किया जायेगा । शस्त्र लायसेंस के लिए आवेदन करने के बाद किसी भी प्रकार के अतिरिक्त आवेदन नहीं लिए जायेंगे । शस्त्र लायसेंस के लिए पृथक से आवेदन करने वालों के आवेदन निरस्त कर दिए जायेंगे ।

       कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने बताया कि मुरैना जिले में शस्त्र लायसेंस प्राप्त करने वाले आवेदकों की संख्या में वेतहासा वृध्दि हुई है । शस्त्र लायसेंस के लिए आवेदन देने के बाद लोग पृथक से सोमवार को आवेदन देकर अपने शस्त्र लायसेंस का निराकरण कराना चाहते हैं । दिनांक 11 अगस्त सोमबार को लगभग 800 आवेदकों ने शस्त्र लायसेंस के लिए आवेदन दिए । इन आवेदन पत्रों का निराकरण करने में कम से कम एक माह का समय लगेगा । इस स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अब किसी भी सोमबार को या किसी भी दिन शस्त्र लायसेंस के आवेदन के अलावा पृथक से अन्य कोई आवेदन नहीं लिया जायेगा ।

       शस्त्र लायसेंस के लिए आवेदन देने के बाद लायसेंस प्राप्त करने के लिए अन्य किसी प्रकार से आवेदन देने या राजनैतिक अथवा प्रशासनिक एवं अन्य प्रकार से दवाव बनाने वाले व्यक्तियों के आवेदन प्राथमिकता के आधार पर निरस्त कर दिये जायेंगे । लंबित आवेदनों का निराकरण वरिष्ठता के आधार पर स्वभेव किया जायेगा । इसके लिए किसी प्रकार से अतिरिक्त आवेदन की आवश्यकता नहीं है शस्त्र लायसेंस चाहने वालों से अपील की गई है कि वे प्रस्तुत आवेदन के अतिरिक्त कोई अन्य आवेदन प्रस्तुत न करें और इसके लिए सोमबार या अन्य किसी दिन अनावश्यक रूप से जिला कार्यालय मुरैना भी नहीं आयें ।

 

ओवर लोडिंग पर सख्त कार्रवाई की जायेगी

ओवर लोडिंग पर सख्त कार्रवाई की जायेगी

 

मुरैना 12 अगस्त 08/ कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता की अध्यक्षता में सम्पन्न जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बसों में ओवर लोडिंग को सख्ती से रोकने का निर्णय लिया गया । बस मालिकों को सख्त चेतावनी दी गई कि बसों के ऊपर यात्रियों के बैठे पाये जाने तथा क्षमता से अधिक यात्री पाये जाने पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जायेगी । बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह, एस.डी.एम. श्री संदीप माकिन, आर.टी.ओ. श्री शशि भूषण सिंह , सी.एस. पी. श्री अमृत लाल मीणा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती ऊमा करारे, सी.एम.ओ. श्री अमर सत्य गुप्ता तथा बस एवं ऑटों यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित थे।

       समिति ने पूर्व में निर्धारित चार मार्गों पर ऑटों का संचालन नहीं पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की । ऑटो यूनियन द्वारा बताया गया कि वनखण्डी रोड की हालत खराब होने के कारण उसपर ऑटो संचालन नहीं हो पा रहा है । वनखण्डी रोड की हालत में सुधार होने तक तीन निर्धारित मार्गों पर ऑटो संचालन का निर्णय लिया गया और इसके लिए आर.टी.ओ. को सात दिन में मासिक रोटेशन के अनुसार परमिट जारी करने के निर्देश दिए गये । नैनागढ़ रोड के गड्डे भरवाकर उसे वाहन संचालन योग्य बनाने के निर्देश भी दिए गये । निर्धारित मार्गोंपर ब ऑटों का संचालन नहीं पाये जाने पर संबंधित के विरूध्द कार्रवाई की जायेगी ।

       कलेक्टर ने कहा कि संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ओवर लोडिंग को सख्ती से रोकने के प्रयास किये जायेंगे । छत पर सवारी बैठी पाये जाने अथवा क्षमता से अधिक यात्री पाये जाने पर चालान की कार्रवाई की जाय। चौराहों की ट्रेफिक लाइट सुधरवाई जाय । हनुमान चौराहा के आस-पास का स्थल निरीक्षण कर वहां वेतरती लगे ठेलों को व्यवस्थित किया जाय । उन्होंने आवारा पशुओं के लिए कांजी हाउस बनाने के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। ट्रान्सपोर्ट नगर के लिए भी त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया । बैठक में मुरैना, ग्वालियर, सबलगढ़ , कैलारस , अम्बाह , पोरसा मार्गों के लिए नॉन स्टाप एक्सप्रेस बस के संचालन पर भी विचार किया गया और इसके लिए आरटी.ओ. को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये ।

 

पौधे तैयार करने के लिए 19 लाख 95 हजार रूपये मंजूर

पौधे तैयार करने के लिए 19 लाख 95 हजार रूपये मंजूर

मुरैना 12 अगस्त 08/ कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री रामकिंकर गुप्ता ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम म.प्र. के अन्तर्गत देवरी रोपणी में 6 लाख पौधे तैयार करने और उसके रख- रखाब कार्य हेतु 19 लाख 95 हजार रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदाय की है । स्वीकृत कार्य की क्रियान्वयन एजेंसी वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार वृत ग्वालियर रहेगी । स्वीकृत कार्य के क्रियान्वयन में रोजगार गारंटी योजना के अधीन सभी शर्तों लागू होंगीं ।

 

औसत से अधिक वर्षा

औसत से अधिक वर्षा

मुरैना 12 अगस्त 08/ मुरैना जिले की वार्र्षिक औसत वर्षा 706.9 मि.मी. है । इस वर्ष अभी तक औसत सेअधिक 796.6 मि.मी.वर्षा दर्ज की जा चुकी है, जो गत वर्ष इसी अवधि में हुई 266.3 मि.मी. वर्षा से 530.3 मि.मी. अधिक है ।

       अधीक्षक भू- अभिलेख के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में 29.9 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई । इस वर्ष अभी तक वर्षा मापी केन्द्र पोरसा में 884.4 मि.मी., अम्बाह में 944 मि.मी., मुरैना में 596.1 मि.मी. , जौरा में 720 मि.मी. , कैलारस में 771.6 मि.मी. और सबलगढ़ में 864 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई ।

 

प्रभारी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ध्वजारोहण करेंगे

प्रभारी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ध्वजारोहण करेंगे

मुरैना 12 अगस्त 08/ मुरैना जिले में 62 वां स्वतंत्रता दिवस गरिमामय ढंग से गौरव शाली परम्परा के साथ समारोह पूर्वक मनाया जायेगा । मुख्य समारोह पुलिस परेड ग्राउण्ड पर आयोजित होगा, जहां 15 अगस्त को प्रात: 9 बजे वन एवं राजस्व राज्य मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह राष्ट्रीय ध्वज फहरायेंगे और मुख्यमंत्री के संदेश का बाचन करेंगे । इस अवसर पर संयुक्त परेड द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट तथा स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे । समारोह में स्वंतंत्रता संग्राम सैनानियों को सम्मानित किया जायेगा ।

       कलेक्टर श्री रामकिंकर गुप्ता ने बताया कि समारोह को गरिमामय ढंग से मनाने की सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है । समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण के पश्चात परेड का निरीक्षण किया जायेगा । इस अवसर पर एस.ए.एफ., पुलिस, होमगार्ड के जवानों और एन.सी. सी., स्काउट-गाइड, रेडक्रास और अभ्युदय आश्रम के बच्चों द्वारा आकर्षक परेड निकाली जायेगी । स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे । मुख्य समारोह से पहले शैक्षणिक संस्थाओं के बच्चों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जायेगी, जो विभिन्न स्थानों से होती हुए प्रात: 8.30 बजे समारोह स्थल पर पहुचेगी । समारोह के अंत में परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जायेगा ।

       स्वंतत्रता दिवस पर 15 अगस्त को शिक्षण संस्थाओं में प्रात: 7 बजे और शासकीय कार्यालयों में प्रात: 7.30 बजे कार्यालय प्रमुखों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा । कलेक्टर कार्यालय में ध्वजारोहण प्रात: 8 बजे किया जायेगा । पंचायत मुख्यालयों पर सरपंच द्वारा औपचारिक रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा । जनपद पंचायत मुख्यालय पर जनपद अध्यक्ष द्वारा और उन नगर पालिका एवं नगर पंचायतों, जिनका मुख्यालय ब्लॉक मुख्यालय नहीं है, उनमें संबंधित नगरीय निकाय के अध्यक्ष द्वारा ध्वजारोहण किया जायेगा ।

       15 अगस्त को स्वंतत्रता दिवस की संध्या पर सभी सार्वजनिक भवन और राष्ट्रीय महत्व की इमारतों पर रोशनी की जायेगी । स्वंतत्रता दिवस पर जिले के समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को विशेष भोज वितरित किया जायेगा । स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अवसर पर जिले के प्रत्येक गांव में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जायेगा। ग्राम सभाओं में स्थानीय मुद्दों के अलावा वन अधिकार और राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम - म.प्र. से संबंधित एजेण्डा बिन्दुओं को भी शामिल किया जायेगा। कलेक्टर द्वारा प्रत्येक ग्रामसभा के नियमानुसार आयोजन के लिए अधिकारी व कर्मचारी को दायित्व सौंपा जा रहा है। ये अधिकारी कर्मचारी ग्राम सभा के आयोजन के बाद कार्यवाही विवरण की एक प्रति जनपद पंचायत में प्रस्तुत करेंगे।

 

अर्जुन सिंह मुरैना से लड़ेंगें लोकसभा चुनाव

अर्जुन सिंह मुरैना से लड़ेंगें लोकसभा चुनाव

सुप्रिया रॉय
डेटलाइन इंडिया
नई दिल्ली, 8 अगस्त- केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन क्या अगले लोक सभा चुनाव में उम्मीदवार होंगे? कांग्रेस में इस बात को ले कर सरगर्मियों का बाजार गर्म है। वैसे तो श्री सिंह ने कहा था कि वे राजनीति की अपनी पारी खेल चुके हैं और अब राजनीति नहीं करेंगे लेकिन उनके समर्थकों और खासतौर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस में मौजूद उनके भक्तों का मानना है कि श्री सिंह को अगला लोकसभा चुनाव जरूर लड़ना चाहिए।

अब सवाल यह है कि श्री सिंह अगर लोकसभा चुनाव लड़ना तय कर लेते हैं तो उनका चुनाव क्षेत्र कौन सा होगा। अपने इलाके रीवा और फिर होशंगाबाद से राजनैतिक विश्वासघातों के कारण वे दो लोकसभा चुनाव हार गए लेकिन पार्टी में उनकी जरूरत को देखते हुए उन्हें राज्यसभा में लाया गया और केन्द्र में मंत्री बनाया गया। कांग्रेस कार्यसमिति के वे एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं और कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के सबसे विश्वास पात्रों में गिने जाते हैं।

कांग्रेस में यह खबर गर्म है कि अर्जुन सिंह को सलाह दी गई है कि वे हाल ही में परिसीमन के दौरान आरक्षित से सामान्य हुई मुरैना लोकसभा सीट से नामांकन भरें। मुरैना लोकसभा क्षेत्र ठाकुरों और पिछड़े वर्गों से भरा हुआ है और इन दोनों वर्गो में अर्जुन सिंह को अपराजेय माना जाता है। कांग्रेस सूत्रों का यह भी कहना है कि चंबल और ग्वालियर इलाके में कांग्रेस की सबसे बड़ी ताकत ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं और वे निजी तौर पर अर्जुन सिंह का बहुत आदर करते हैं। पिछले दिनों श्री सिंधिया और अर्जुन सिंह ने इस इलाके का एक तूफानी दौरा किया था। अगर ग्वालियर के महाराज श्री सिंधिया अर्जुन सिंह को मुरैना से चुनाव लड़ने की स्वीकृति देते हैं तो कांग्रेस की यह सीट तो पक्की है।

भाजपा के पास अब तक इस सीट से लड़ने के लिए कोई उम्मीदवार नहीं है। हाल ही में विश्वास मत के दौरान लोकसभा में नोटों के बंडल दिखाने वाले अशोक अर्गल तीसरी बार यहां से सांसद बने हैं लेकिन सीट के सामान्य हो जाने के बाद वे विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं। भाजपा के पास दूसरा कोई उम्मीदवार नहीं है जिसकी जीत सुनिश्चित मानी जा सके।

पुलिस अधिकारी से नेता बने मुरैना से विधायक और मंत्री रूस्तम सिंह गुर्जर हैं और इस इलाके में गुर्जरों के एक लाख से कुछ ज्यादा वोट हैं। लेकिन रूस्तम सिंह डाकुओं को शरण देने और अब अपना एक टीवी चैनल स्थापित कर लेने के कारण विवादों के घेरे में आ चुके हैं और उन्हें मजबूत उम्मीदवार नहीं माना जा सकता। भाजपा की ओर से सिर्फ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर सही उम्मीदवार हो सकते थे लेकिन उन्होंने तो घोषणा ही कर दी है कि वे विधानसभा या लोकसभा दोनों में से कोई चुनाव नहीं लडेंगे।

मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह इसी अंचल के हैं और वे अर्जुन सिंह के रिश्तेदार भी हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच राजनैतिक तौर पर कोई मधुर संबंध नहीं हैं लेकिन जब अर्जुन सिंह की बात आएगी तो वे खुलेआम विरोध नहीं कर पाएंगे। जब श्री अर्जुन सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक लाइन में जवाब दिया कि यह सूचना मैं आप से पा रहा हूँ, उस क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने उम्मीदवार खुद चुनेंगे और न मैंने कोई आवेदन किया है और न मेरे पास कोई प्रस्ताव आया है।

ज्योतिरादित्य ने कहा, अर्जुन सिंह ने माना

डेटलाइन इंडिया
नई दिल्ली, 8 अगस्त- मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह और संचार राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तालमेल का एक नया उदाहरण सामने आया है। श्री सिंधिया ने देश के सभी डाकियों के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालयों में प्रवेश दिलवाने में प्राथमिकता देने के लिए श्री सिंह को जो पत्र लिखा था, उसे मंजूरी मिल गई है। डाक कर्मी तो श्री सिंधिया को दुआएं देेंगे ही, इससे मध्य प्रदेश की राजनीति के बदलते हुए समीकरणों का भी आभास हो जाता है।

संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया न केवल शहरी क्षेत्रों में संचार सेवाओं के विस्तार और सुधार पर जोर दे रहे हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में डाक सेवाओं में सुधार के लिए भी प्रयास कर रहे हैं।

श्री सिंधिया ने ग्रामीण डाक सेवा के कर्मचारियों से अनेक बैठकें की और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर डाक सेवा प्रदान करने में उनको आ रही दिक्कतों और परेशानियों के बारे में चर्चा की। ग्रामीण डाक सेवा के कर्मचारियों ने अपनी अनेक मांगे श्री सिंधिया के सम्मुख रखी, जिनमें एक प्रमुख मांग यह थी कि उनके बच्चों को केन्द्रीय विद्यालयों में वरीयता के आधार पर दाखिला दिया जाए।

श्री सिंधिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुन सिंह को पत्र लिख कर मांग की ग्रामीण डाक सेवकों के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय में केन्द्रीय/सैन्य कर्मचारियों के समान दर्जा दिए जाने की मांग की ताकि इनके बच्चों की पढ़ाई लिखाई सही तरीके से हो सके।

मानव संसाधन विकास मंत्री श्री अर्जुन सिंह ने श्री सिंधिया को पत्र लिख कर सूचित किया कि उनकी यह मांग मान ली गई है और ग्रामीण डाक सेवकों के बच्चों अगले शैक्षणिक सत्र से केन्द्रीय विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।

श्री सिंधिया ने ग्रामीण डाक सेवकों की सेवा शर्तो में सुधार व अन्य मांगें, जिनमें तबादले, क्षतिपूर्ति के आधार पर नियुक्तियां व स्टेशनरी भत्ताा बढ़ाने जैसी मांगे भी मान लिए हैं और इस संबंध में आवश्यक निर्देश दे दिए हैं।

 

 

कितने नोट आए,कितने दिखाए अशोक अर्गल ने?

कितने नोट आए,कितने दिखाए अशोक अर्गल ने?

आलोक तोमर
डेटलाइन इंडिया
नई दिल्ली, 12 अगस्त - संसद में विश्वास मत के दौरान वोट के बदले नोट का विवाद खड़ा करने वाले भाजपा सांसदों की तिकड़ी के नेता मध्य प्रदेश के मुरैना से सांसद अशोक अर्गल और उनके साथी बहुत विकट कानूनी दिक्कत में फंसने वाले हैं। उनके खिलाफ संसद को गुमराह करने के सिलसिले में आपराधिक मामला भी दर्ज किया जा सकता है और भविष्य में उन्हें चुनाव लड़ने से भी रोका जा सकता हैं।

सीएनएन आईबीएन के टेप और इस पूरे कांड की जांच कर रही कमेटी को अब तक जो साक्ष्य मिले हैं उनसे साफ हो गया है कि अशोक अर्गल और उनके साथियाें ने लोकसभा में नोटों की जो गड्डिया रखी थी वे पूरी नहीं थी और इसका मतलब यह है कि जितनी रकम ली गई वह सबकी सब दिखाई नहीं गई। इसके अलावा स्टिंग ऑपरेशन में जिस बैग में यह रकम दिखाई गई थी, संसद में वह नहीं उसकी बजाय दो दूसरे बैग रखे गए। जाहिर है कि सांसदों ने बैग से नोट निकाले भी, उन्हें गिना भी और इसके बाद संसद में जितने चाहे उतने नोट दिखा दिए।

देश के वरिष्ठतम वकील सोली सोराबजी, हरीश साल्वे और देश के सबसे प्रतिष्ठित संपादको में से एक बी जी वर्गीज ने एक स्वर में कहा है कि इन दिखाए गए नोटों के नंबर, जिस बैंक से वे निकाले गए थे उसका नाम और जिसके खाते से निकाले गए थे उसका भी नाम पुलिस की पड़ताल में सामने आ सकता है। लेकिन सबका मानना यही है कि पुलिस की जांच 29 अगस्त के बाद शुरू होनी चाहिए जब संसदीय समिति अपनी रिपोर्ट दे दे।

समिति को इस पर आश्चर्य है कि भाजपा ने इस पूरे मामले पर कितना हंगामा मचाया और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग भी की मगर खुद पुलिस में इसकी शिकायत तीन दिन बाद करवाई।

अब तक जो तथ्य सामने आए हैं उनसे अगर अशोक अर्गल और उनके साथियों की कहानी पर विश्वास किया भी जाए तो भी वे अमर सिंह के लोदी स्टेट वाले मकान से फिरोजशाह रोड वाले अपनी मकान तक पहुंचे, वहां नोट गिने और यह तय किया कि लोकसभा में कितने नोट दिखाए जाने है। वहीं पर दूसरे बैगों का भी इंतजाम किया गया। इसके अलावा लोकसभा की समिति के सामने रखे गए टेप में अशोक अर्गल को संजीव सक्सेना के फोन पर अमर सिंह से बात करते हुए दिखाया गया है जहां वे बार बार उन्हें सर कह रहे हैं और दो बार उन्हाेंने दोहराया है कि एक करोड़ रुपए प्राप्त हो गए। इसके बाद खुद अशोक अर्गल के अनुसार वे अमर सिंह के घर गए और अगर वहां से और रकम मिली तो वह गई कहां?

जहां तक संजीव सक्सेना का सवाल है, वे लापता है लेकिन अब अमर सिंह ने भी स्वीकार लिया है कि उनके संजीव सक्सेना से संबंध थे लेकिन वे कहते हैं कि सक्सेना कभी उनके कर्मचारी नहीं थे। यह भी उलझाने वाला बयान है क्योंकि संजीव सक्सेना को भी नोट लाते, गिनते और अमर सिंह से बात करते टेप पर देखा गया है। भाजपा नेता और बहुत बड़े वकील अरूण जेटली का कहना है कि उनके पास संजीव सक्सेना का फोन रिकॉर्ड है और उसमें जाहिर है कि अमर सिंह से कितनी बार बात की गई।

अशोक अर्गल, फग्गन राम कुलस्ते और महावीर सिंह भगोरा तीनों ही रिश्वत लेने के इल्जाम में दोषी माने जा सकते हैं और उनके खिलाफ मुकदमा चल सकता है। इसके अलावा अगर टेप पर दर्ज नोटों के नंबर से संसद में पेश नोटों के नंबर मेल नहीं खाते तो भी अशोक अर्गल और उनके दोनों साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी की कानूनी कार्रर्वाई हो सकती हैं। अशोक अर्गल को संसदीय समिति और कानून को तो कई जवाब देने ही हैं, उससे ज्यादा उन्हें मुरैना की जनता को जवाब देना है जिसने लगातार तीन बार उन्हें निर्वाचित कर के लोकसभा में भेजा। 29 अगस्त को साफ हो जाएगा कि अशोक अर्गल के भविष्य में अभियुक्त बनना लिखा है या संसदीय भ्रष्टाचार उजागर करने वाले नायक के तौर पर उनका नाम लिखा जाएगा।