शनिवार, 8 नवंबर 2008

वाहन, लाउड स्पीकर और सभा स्थल की अनुमति रिटर्निंग आफीसर देंगे

वाहन, लाउड स्पीकर और सभा स्थल की अनुमति रिटर्निंग आफीसर देंगे

मुरैना 8 नवम्बर 08/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एम.के. अग्रवाल ने विधान सभा निर्वाचन 2008 के प्रचार-प्रसार के लिए वाहनों और लाउड स्पीकर के उपयोग एवं सभाओं की अनुमति देने संबंधी आदेश में आंशिक संशोधन किया है । अब  वाहन, लाउड स्पीकर और सभा स्थल की अनुमति अनुविभागीय दंडाधिकारियों के स्थान पर संबंधित रिटर्निंग आफीसर देंगे ।

       विधान सभा क्षेत्र 03 सबलगढ़ में रिटर्निंग आफीसर श्री एच.एस. भदौरिया, 04 जौरा में रिटर्निंग आफीसर श्री आर.पी.एस. जादौन , 05 सुमावली में रिटर्निंग आफीसर श्री एम.के. जैन, 06 मुरैना में रिटर्निंग आफीसर श्री संदीप मांकिन , 07 दिमनी में रिटर्निंग आफीसर श्री अभय वर्मा तथा 08 अम्बाह में रिटर्निंग आफीसर डा. एम.एल.दौलतानी चुनाव प्रचार के दौरान वाहनों एवं लाउड स्पीकर के उपयोग एवं सभाओं की अनुमति के लिए अधिकृत किये गये है । रिटर्निंग आफीसर अपने क्षेत्र में उक्त कार्य के लिए सहायक रिटर्निंग आफीसर एवं अन्य कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को भी अधिकृत कर सकते है ।

       राजनैतिक दलों और अभ्यर्थियों द्वारा सभायें आयोजित किये जाने के संबंध में चिन्हित सभास्थलों को भी रिटर्निंग आफीसरवार विभाजित किया गया है । विधान सभा क्षेत्र 03 सबलगढ़ में जीन फील्ड, मंडी प्रांगण और कोर्ट तिराहा, (सांय 5.30 बजे के उपरांत,) 04 जौरा में नगर जौरा के मई बाला कुंआ, मंडी प्रांगण और पंचबीघा तथा कैलारस के पुरानी सब्जी मंडी, ट्रान्सपोर्ट नगर और मंडी प्रागंण , 05 सुमावली में मैला मैदान सुमावली और बागचीनी बस स्टेण्ड के पास, 06 मुरैना में मेला परिसर, परेड ग्राउण्ड के पास , जीवाजी गंज और बानमोर क्लव प्रांगण, 07 दिमनी में बडोखर और  दिमनी पैट्रोल पम्प के सामने की जगह तथा 08 अम्बाह में नगर अम्बाह के पचासा और मंडी प्रांगण  एवं नगर पोरसा के मंडी प्रांगण के पास और बस स्टेण्ड के पास के स्थल चिन्हित किये गये हैं ।

       सभा आयोजित किये जाने के लिए सभा स्थल की अनुमति हेतु संबंधित रिटर्निंग आफीसर को राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय नेताओं के कार्यक्रम की प्रति के साथ सभा दिनांक से 4 दिवस पूर्व आवेदन प्रस्तुत करना होगा तथा अनुमति उपरांत राजनैतिक दल या अभ्यर्थियों को स्थान के अधिपति, स्वामी अथवा स्थानीय प्राधिकारी को विधिवत धन राशि जमा करानी होगी । प्रत्येक मैदान पर अनुमति का समय दो पालियों में होगा । प्रथम अनुमति प्रात: 9 बजे से दोपहर एक बजे तक तथा द्वितीय अनुमति सांय 3 बजे से रात्रि 8 बजे तक मान्य होगी । सभाओं की अनुमति 25 नवम्बर अपरान्ह 4 बजे तक की ही दी जायेगी । एक स्थान के लिए एक ही तिथि और एक ही समय के लिए सभा की अनुमति चाहे जाने पर अनुमति प्रथम आवेदन कर्ता को दी जा सकेगी । सभा की अनुमति सभा दिनांक से 48 घंटे पूर्व ही जारी की जायेगी ।

       रिटर्निंग आफीसर को अपने विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत उक्त निर्देशों के अनुक्रम में कार्रवाई करने के सम्पूर्ण अधिकार रहेंगे । इसके अतिरिक्त अनुविभागीय दंडाधिकारी एवं संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार और कार्य पालिक मजिस्ट्रेट भी यह देखेंगे कि संबंधित प्रत्याशी द्वारा सक्षम अधिकारी से वाहन, लाउड स्पीकर और सभाओं की अनुमति विधिवत प्राप्त कर ली गई है अथव नहीं । किसी भी प्रकार का उल्लंघन होने पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जायेगी । सभा, वाहन व अन्य किसी प्रकार के सम्पत्ति विरूपण आदि की वीडियो ग्राफी भी कराई जायेगी । सभी प्रकार की अनुमतियों का प्रत्याशीवार अभिलेख, राजिस्टर रखा जायेगा । प्रेक्षकगण उपरोक्त अभिलेखों व बास्तविक स्थिति का अपने भ्रमण के दौरान गम्भीरता से निरीक्षण करेंगे ।

 

निर्वाचन कार्य में लापरवाही के कारण समय पालक निलंबित

निर्वाचन कार्य में लापरवाही के कारण समय पालक निलंबित

 

मुरैना 8 नवम्बर 08/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एम.के. अग्रवाल ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही वरतने के आरोप में लोक निर्माण विभाग के समय पालक श्री सी.पी. श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंवित कर दिया है । निलम्बन अवधि में उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय मुरैना रहेगा ।

       समय पालक श्री श्रीवास्तव की निर्वाचन डयूटी अनुविभागीय अधिकारी एवं रिटर्निंग आफीसर 06 मुरैना द्वारा लगाई गई थी । श्री श्रीवास्तव आज दिनांक तक अपने कर्तव्य पर उपस्थित नहीं हुए और न ही अनुपस्थिति के संबंध में उनकी ओर से एवं विभाग की ओर से कोई आवेदन प्राप्त हुआ । निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही और उदासीनता वरतने के कारण उक्त कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।

 

चार अपराधी जिला बदर

चार अपराधी जिला बदर

मुरैना 8 नवम्बर 08/ म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत मुरैना जिले के चार आदतन अपराधियों धर्मेन्द्र व्यास, रवीन्द्र सिंह सिकरवार, नरेश सिंह सिकरवार और राकेश सिंह के विरूद्व जिला बदर की कार्रवाई की गई है । अपर जिला दंडाधिकारी श्री उपेन्द्रनाथ शर्मा द्वारा उक्त अपराधियों को एक वर्ष की अवधि के लिए जिला मुरैना व उसके निकटवर्ती जिले ग्वालियर, श्योपुर, भिण्ड और शिवपुरी से निष्कासन आदेश पारित किये गये हैं ।

       पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह के प्रतिवेदन अनुसार जौरा निवासी धर्मेन्द्र व्यास पुत्र श्री रामभरोषी व्यास के विरूद्व थाना जौरा में 9, ग्राम सिकरौदा निवासी रवीन्द्र सिंह पुत्र श्री नरेश सिंह सिकरवार के विरूद्व थाना जौरा में 10, ग्राम सिकरोदा निवासी नरेश सिंह पुत्र श्री परिमाल सिंह सिकरवार के विरूद्व थाना जौरा में 20, तथा ग्राम गोसपुर हाल सिध्द नगर कॉलोनी मुरैना निवासी राकेश सिंह पुत्र श्री कप्तान सिंह परमार के विरूद्व थाना मुरैना में 6 अपराध दर्ज है । इन अपराधिक गतिविधियों से लोक व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को गम्भीर संकट उत्पन्न होने की आशंका के दृष्टिगत प्रकरणों में सुनवाई का पर्याप्त अवसर देने के बाद अपराधियों के विरूद्व म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत उक्त कार्यवाई की गई है ।

 

अभ्युदय आश्रम में शिविर आज

अभ्युदय आश्रम में शिविर आज

 

मुरैना 8 नवम्बर 08/ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुरैना द्वारा 9 नवम्बर को अभ्युदय आश्रम में सांय 3 बजे विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया है । जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री एस.के. शुक्ला के अनुसार शिविर में मुख्य अतिथि जिला रजिस्टार एवं मजिस्ट्रेट श्री अजयकांत पाण्डेय रहेंगे । इस अवसर पर न्यायिक दण्डाधिकारी सुश्री ज्योति शर्मा एवं श्री प्रवीण शिवहरे विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे । अभ्युदय आश्रम के संचालक श्री रामसनेही एवं अधिवक्ता श्री विनय कुमार मिश्रा ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे शिविर में उपस्थित रह कर मूलभूत कानूनों के विषय में जानकारी प्राप्त करें ।

 

भूतपूर्व सैनिकों की बैंक गार्ड पद पर भर्ती

भूतपूर्व सैनिकों की बैंक गार्ड पद पर भर्ती

मुरैना 8 नवम्बर 08/ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ इन्दौर में अनुसूचित जन जाति /अनुसूचित जाति व अन्य पिछडा वर्ग के भूतपूर्व सैनिकों की बैंक गार्ड की भर्ती हेतु आवश्यकता है । इच्छुक भूतपूर्व सैनिक अपने समस्त दस्तावेजों एवं फोटोग्राफ के साथ जिला सैनिक कल्याण कार्यालय मुरैना में दिनांक 12 नवम्बर 08 से पहले संपर्क कर सकते हैं ।

 

प्राचार्य प्रबोधन 11 नवम्बर को

प्राचार्य प्रबोधन 11 नवम्बर को

मुरैना 8 नवम्बर 08 / वर्ष 2007-08 में हाई स्कूल परीक्षा का 50 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाली संस्थाओं के प्राचार्यों का प्रबोधन कार्यक्रम 11 नवम्बर का पूर्वान्ह 11 बजे आयोजित किया गया है । शास.उत्कृष्ट उ.मा.विद्यालय मुरैना में आयोजित इस प्राचार्य प्रबोधन कार्यक्रम में आयुक्त लोक शिक्षण प्राचार्यों से सीधी वार्ता करेंगे । इस अवसर पर संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे ।

       जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एम.उपाध्याय के अनुसार कक्षा 10 में 50 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम देने वाले शास.कन्या उ.मा.वि.क्र. 1 मुरैना, शास.कन्या उ.मा.वि. जी.डी.जैन मुरैना, शास.कन्या उ.मा.वि.रिठौरा कलां, शास.हाईस्कूल जींगनी, उ.मा.वि.नायकपुरा, बा.उ.मा.वि.क्र.2 मुरैना, हाईस्कूल खरगपुर भर्राड़, हाईस्कूल लालौर कलां, हाईस्कूल बघपुरा, उ.मा.वि.नूराबाद टेकरी, उ.मा.वि.सहरैयन का पुरा, बा.हाईस्कूल अम्बाह, बा.उ.मा.वि. धीरबल का पुरा, उ.मा.वि.जग्गा का पुरा, उ.मा.वि.दिमनी, हाईस्कूल गोठ, हाईस्कूल कुथियाना, हाईस्कूल कोलुआ, हाईस्कूल रछेड़, उ.मा.वि.कसमडा, उ.मा.वि.किसान कसमडा, हाईस्कूल महुआ, हाईस्कूल कन्या पोरसा, हाईस्कूल निटहरा, हाईस्कूल कुम्हेरी, हाईस्कूल चचिहा, हाईस्कूल भैंसरौली, हाईस्कूल खनेता, हाईस्कूल बघेल, हाईस्कूल बर्रेड, कन्या उ.मा.वि.कैलारस, हाईस्कूल कुटरावली, उ.मा.वि.सुजरमा, उ.मा.वि.गौल्हारी, कन्या हाईस्कूल रामपुर कलां, बा.उ.मा.वि. रामपुर कलां, किशोरगढ, टैंटरा, हाईस्कूल गुरैमा, हाईस्कूल कैमाराकलां, हाईस्कूल रामपहाडी, हाइस्कूल कन्या झुण्डपुरा, बा.उ.मा.वि.झुण्डपुरा, और हाईस्कूल बामसौली के प्राचार्य को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है ।

 

मुरैना में सपा व राजद प्रत्‍याशीयों सहित जांच के दौरान 7 नामांकन पत्र निरस्त, नाम वापसी 10 नवम्बर को

विधान सभा निर्वाचन-08

सपा व राजद प्रत्‍याशीयों सहित जांच के दौरान 7 नामांकन पत्र निरस्त  नाम वापसी 10 नवम्बर को

सपा राजद के सिम्‍बल नहीं मिले प्रत्‍याशीयों को, राष्‍ट्रीय जनता दल ने नहीं दिया प्रेम सिंह को चुनाव लड़ने का अधिकार  

मुरैना 8 नवम्बर 08/ विधान सभा 2008 के लिए प्रस्तुत नामांकन पत्रों की जांच के दौरान सात अभ्यर्थियों के नामनिर्देशन पत्र निरस्त किये गये ।

       जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार विधान सभा क्षेत्र सबलगढ़ में 16, जौरा में 21, सुमावली में 17, मुरैना में 21 , दिमनी में 26 और अम्बाह में 10 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन पत्र भरे गये । विधान सभा क्षेत्र सबलगढ़ ,जौरा और अम्बाह के सभी नामांकन पत्र सही पाये गये । विधान सभा क्षेत्र सुमावली में दो उम्मीदवारों श्री अशोक और राकेश , मुरैना विधान सभा क्षेत्र में एक उम्मीदवार श्री रामौतार तथा दिमनी विधान सभा क्षेत्र में चार उम्मीदवार श्री नेत सिंह, श्री प्रेम सिंह , श्री अशोक और श्री मोती सिंह के नामांकन पत्र कतिपय त्रुटियों के कारण निरस्त किये गये । इस प्रकार जिले के 6 विधान सभा क्षेत्रों के लिए प्रस्तुत 111 नामांकन पत्रों में 7 के निरस्त होने के उपरांत 104 नामांकन पत्र सही पाये गये । विधान सभा क्षेत्र सबलगढ़ में 16, जौरामें 21, सुमावली में 15, मुरैना में 20 , दिमनी में 22 और अम्बह में 10 अभ्यर्थियों के नामांकन पत्र सही पाये गये ।

       नाम वापसी 10 नवम्बर को अपरान्ह तीन बजे तक हो सकेगी । नामवापसी के उपरांत निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची प्रतीक आवंटन सहित जारी की जायेगी ।

 

हास्‍य / व्‍यंग्‍य - हुम्‍फ ससुरे दागी लड़ें और बागी मन मसोसें...बहुत नाइन्‍साफी है गब्‍बर भाई

हास्‍य / व्‍यंग्‍य

हुम्‍फ ससुरे दागी लड़ें और बागी मन मसोसें...बहुत नाइन्‍साफी है गब्‍बर भाई

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

अभी फार्म भरने का मौसम निकल गया, कल ही लास्‍ट डेट गुजर गयी, पॉच साल बाद आने वाली तारीख गुजर गयी । जो लपक झपक के पर्चा डाल आये वे सवारी में शामिल हो गये बकाया पॉच साल के लिये गये पानी में ।

नेता पॉंच साल ड्रीम्‍स देख कर स्‍वप्‍नदोष के शिकार होते हैं, हर ड्रीम में यही तारीख नजर आती है मगर पॉंच साल के लम्‍बे इंतजार के बाद महज सात दिन में चली भी जाती है । बहुत नाइन्‍साफी है ये । ये तो सरासर निर्वाचन आयोग की दादा है भइये । पॉंच साल की तारीख कम से कम 45 दिन तो चलवा दिया करो । क्‍या फ्लाप फिल्‍म की तरह हफते भर में सेल्‍यूलायड स्‍क्रीन से उतार देते है ।

मजा आना शुरू भी नहीं हो पाया था कि तारीख खल्‍लास हो गयी । अरे भईया हम हिन्‍दुस्‍तानी इत्‍ता लम्‍बा इंतजार खींचने के बाद इत्‍ती जल्‍दी फुरसत में नहीं आना पसन्‍द करते । अरे भईया नौदुर्गा भी हर छ: महीने बाद आ जातीं हैं और पूरे दस दिन बेतकल्‍लुफी से त्‍यौहार और उत्‍सव मनवा कर रौंग चोंग कर जातीं हैं ।

और गोया पर्चा भरने का मौसम जैसे स्‍वर्गीय मोरारजी जी भाई का जन्‍म दिन हो गया जो चार साल बाद पड़ेगा 29 फरवरी को और सुबह आकर शाम को खिसक लेगा । क्‍या ससुरी मध्‍यप्रदेश की बिजली के मानिन्‍द हो गया थोड़ी देर को आते हो और चले जाते हो ।

नेता पॉंच साल तड़पते हैं, फड़फड़ाते हैं, बीच में चुनाव कराने को सड़कों पर नर्राते हैं, बॉंहें, आस्‍तीन ऊपर सरका सरका कर जंग करते हैं, हर लोकल समस्‍या को नेशनल क्राइसिस कहते हैं, हर बात पर बाजार बन्‍द कराते हैं, हर बन्‍द पर चुनाव मांगते हैं, नयी सरकार के ख्‍वाबिया चादर तानते हैं, जनता को पॉंच साल तक बीच में चुनाव का आसरा दिलाते हैं ।

और ख्‍वाबों की ताबीर का बखत आता है, तो साली डेट आती है औ चली जाती है, केवल हफ्ते भर में एक्‍सपायर हो जाती है । नेता ढंग से लोक सेवकों की सेवा और चुनावी रंगत के पहले सिरे का आनन्‍द भी नहीं ले पाते , ढंग से निर्वाचन के रिंग मास्‍टरों को देख भी नहीं पाते कि आफिस खिड़की टेबल सब पर ताला ठुक जाता है । बहुत गलत बात है, गलत बात है ये ।

पहले दिन से चार गुने दूसरे दिन, दूसरे दिन के चार गुने तीसरे दिन इस तरह सात दिन तक पिछले दिन के चार गुने पर्चे बढ़ रहे थे, सरकार की इनकम भी बढ़ रही थी, और जब बुक्रिग की असल लाइन आना शुरू हुयी तो हाउसफुल का बोर्ड लटका कर खिड़की बन्‍द कर दी । गलत बात है, नाइन्‍साफी है ये । सोई तो मैं कहूं कि लोकतंत्र इस देश में फल फूल क्‍यों नहीं रिया । अब समझ में आया कि जब तक दागी आते हैं, हम पर्चे भरवाते रहते हैं और जब बागीयों का नंबर आता है तो खिड़की बन्‍द कर देते हैं, समानता का अधिकार नहीं है ये । अरे दागीयों की कुश्‍ती के बाद पराजित पहलवान बागी कहलाते हैं और बागीयों को भी चान्‍स बराबर मिलना चाहिये कि नहीं । हम नहीं देते, यानि समानता का अधिकार नहीं है ।

अब का होगा दागी मूंछ ऐंठकर छाती तान कर लड़ेंगे, बागी मन मसोसेंगे । एक तरफ तो सरकार कहती है कि बागी समस्‍या देश के माथे का कलंक है, खत्‍म होनी चाहिये, दूसरी तरफ खुद ऐसे करम कर कर के बागी खुद पैदा करती है, और जब दागी सरकार बना लेंगे, सरकार में बैठ जायेगें तो बागी समस्‍या को दस्‍यु समस्‍या या डकैत समस्‍या बता कर एनकाउण्‍टर में बेचारे बागी ठोक दिये जायेगे । गलत बात है, बहुत नाइन्‍साफी है ।

कुछ नेता जी मेरे पास आये तो कईयों के ई मेल मिले सब लगभग एक ही वाणी बोले दादा खबर चला दो, इण्‍टरनेशनल लेवल पर इण्‍टरनेट पर छाप दो कि अमुक नेता जी अब बागी हो गये हैं और अलां सवारी छोड़ फलां सवारी पे चढ़ बैठे हैं ।

मैंने नेता लोगों से पूछा कि इसमें खबर की क्‍या बात है, जाकर बगावती पर्चा डाल आओ, कल की हेडलाइन बन कर अपने आप छप जाओगे । नेता जी लोग बोले कि नहीं अब पर्चा नहीं डालना है केवल हाईकमान को ठांसना है । मैं बोला इससे का फायदा होगा । वे बोले कि कुछ नहीं हाईकमान की खोपड़ी में भी दर्द डालना है, उसने हमारी पॉंच साल की कमाई पे पानी फेरा है, नींद उड़ाई है, उसे भी नहीं सोने देना है ।

अभी एक दिन, मेरे गांव से एक बाबा और नाती साथ साथ आये, कलेक्‍ट्रेट के सामने से गुजरे तो कलेक्‍ट्रेट का बदला हुआ रंग औ रूतबा देख कर उनकी ऑंखें फटी रह गयीं । गेट पे मशीन, हाथ में मशीन, पुलिस ही पुलिस, दरवाजे की भी सील बन्‍द । मुरैना वालों की एक खासियत है कि सील टूटी हो दरवज्‍जा खुल्‍ला पड़ा हो तो टूट बैठते हैं, लेकिन अगर सील बन्‍द हो तो सील तोड़ने के लिये पड़ौसी की ओर निहारते हैं ।

कलेक्‍ट्रेट क्‍या पुलिस छावनी कहिये, या फिर आर्मी का हेड क्‍वार्टर कहिये । घुसो मशीन से निकलो मशीन से और संग संग मालिश करवाओ मशीन से । भईया क्‍या लुत्‍फ है । मौका है सेवा करवा लो लोकसेवकों से ।

हॉं तो बाबा और नाती वहॉं से गुजर रहे थे, नाती बोला कि बाबा जे का है रहो है, झां इतेक पुलिस कायकूं लगी है, का कोऊ काण्‍ड है गओ ए का ।

बाबा ने अपनी सुलभ सहज बुद्धि से अनुमान लगाते उत्‍तर दिया, मोय तो जे लगि रई है के केतो कोऊ अफसर काऊ डकैत ने ठोक दओ औ के फिर चुनाव आय गये होंगें, इतेक पुलिस तो तबई लगेगी ।

नाती फिर बोला काये बाबा जे पुलिस वाये करि का रहे हैं, बा दरवाजे में ते कोऊ कढ़तु है तई की जेब तलासी और जेब कटी सी कायकों कर रहे हैं ।

बाबा फिर बोले, नानें रे जे तो मसीन है, वो दरवज्‍जो ऐ बउमें मसीन फिट है, ऐसी हम भोपाल में देखि आय हते, भां विधानसभा में गये दंगल देखिबे सो भऊं ऐसेई कुतका से तने हते । कोई बां में ते कढ़तो सोई मसीन करती भें भें ...। और जे कुतका से हाथ में लेहें फिर रहे हैं जऊं सो ऐसेईं भें भें होति है ।

नाती बोला कि चलि बाबा अपुनुऊं जा कुतका से में ते कढ़ेंगे देखें कैंसें भें होगीं । फिर गाम में जायकें सिगन बतावेंगे , जा कुतका को किस्‍सा चार छ साल सुनावेंगे ।

इसके बाद बाबा और नाती दोनों ही भें दरवाजे यानि मेटल डिटेक्‍टर गेट से निकलने के लिये कलेक्‍ट्रेट का रूख करते हैं तभी लपक कर दो पुलिस वाले आते हैं, तब तक बाबा नाती दरवाजा पार कर लेते हैं ओर दरवाजे से निकली सीटी की आवाज सुन कर फूले नहीं समाते । अब पुलिस वाले उन दोनों को ऊपर से नीचे तक मेटल डिटेक्‍टर लगा कर चेक करते हैं, दोनों जने भारी ग्‍लेड यानि खुश हो जाते हैं । मगर पुलिस वाले कहते हैं कि ये साथ की थैली और पॉलीथिन झईं धर देओ । फिर भीतर जईयो । तो बाबा लड़ पड़ता है कहता है कि वह नहीं छोड़ेगा सामान । तब पुलिस वाला कहता है कि तो वह भी नहीं जाने देगा भीतर ।

अभी पुलिस वालों से दोनों की जद्दोजहद चल ही रही थी कि तब तक नेताओं के हुजूम आ उमड़ते हैं, और जिन्‍दाबाद जिन्‍दाबाद, जीतेगा भई जीतेगा, के नारे लगने लगते हैं, बाबा अपने नाती से कहता है कि चल रे जा नेता के संग चलेंगें । देंखें अब जे पुलिस वाले कैसे रोकेंगे । और बाबा नाती दोनो लोग नेताओं के साथ भीतर कलेक्‍ट्रेट में घुस जाते हैं और भीड़ के संग जिन्‍दाबाद और जीतेगा के नारे लगाने लगते हैं ।

कचहरी के भीतर का सारा नजारा देख कर नाती के मन में भी अंगड़ाईयां आने लगतीं हैं, वह बाबा से बोला बाबा नेतान के तो बड़े भारी जलजले हैं, बाबा हौंऊं (मैं भी) नेता बनेगों । होऊं पर्चा भरेंगों ।

बाबा कहता है, बात तो सही है, कम ते कम एक नेता तो घर में होनोई चहियें, नहीं तो आज के जमाने में कोऊ ना पूछत । चलि तूई बनजा नेता, चलि भरदे पर्च्‍चा । चलि भीतर दूकान पे पूछि लेऊ पर्च्‍चा का मोल भरो जागो ।

बाबा नाती भीतर पहुंचे, रिटर्निंग आफिसर से मिले और बोले काय सेठ जी झां पर्च्‍चा भरे जांगे का । रिटर्निंग आफिसर बोला किस विधानसभा का पर्चा भरना है । बाबा अपनी चतुराई दिखाते बोला कि सिगते सस्‍ती कौनसी है तई में भरेंगे ।

रिटर्निंग आफिसर जैसे कुछ कुछ समझ गया बोला बाबा झां तो सिग एकई भाव हैं चाहें तौनसी में भर देओ । हॉं हरिजन होओ तो आधे पैसा लगेंगें नईं तो पॉंच हजार लगेंगे ।

बाबा बोला कि हरिजन तो हम ना हतई पर कछू कम कर ले । पैसा तो तू जादा बताय रहो है ।

रिटर्निंग आफिसर भी दो दिन से मक्‍खी मार रहा था, उसकी विधानसभा से दो दिन बीतने के बाद भी कोई फार्म दाखिल नहीं हुआ था सो पका बैठा था । बोला बाबा ये सरकारी दूकान है, एक बोलिया वाली, यहॉं मोलभाव नहीं चलता । बाबा से जादा चतुर नाती था वह बोला अये सेठ हमनि का ऐंनई उल्‍लू समझ रहो हैं, हम टी.वी. पे देखकें आयें हैं, जागो ग्राहक जागो में हमें बताया दई है कि मोलभाव करो और दाम घटवाओ । सो सही सही बताय दे कितेक पैसा लेगो, फायनल रेट बोल दे ताते हमऊं फारम भर दें । हमनि वैसे कोऊ जरूरत नानें परि हमाय झां कोऊ नेता नानें सो नेता बनिवे आये हैं । सस्‍ते में बनाया रहो होय तो बता, नहीं तो कोऊ और दूकान तलाशेंगें ।

रिटर्निंग आफिसर का आफिसरी खून उबाल लेने लगा और बोला बाबा रसीत कटाओगे तो टैक्‍स लगेंगे सो पैसा जादा ही लगेंगे पर रसीत नहीं कटाऊ तो काम सस्‍ते में यानि चार हजार में हो सकता है । पर अखबार में नाम नहीं छपेगो ।

नाती इस पर उखड़ गया और बोला रसीत नहीं कटे तो कोऊ बात नानें पर अखबार में नाम नहीं कढ़ेगो तो हम नानें राजी । अखबार में तो नाम जरूरी है, हम सिग गाम में पढ़वावेंगें । नारे लगवावेंगें जिन्‍दाबाद और जीतेगा करवावेंगे । अखबार वाई रेट बता ।

हुआ चेंट चपाट के बाद ये कि, पूरे पॉंच हजार की रसीद कट गयी और नाती को फार्म मिल गया । फार्म मिलने के बाद नाती बाहर आकर वकीलों से मिला और एक वकील से बोला, काय वकीन साब जे फार्म भरनो है नेतागिरी को, जाय भरवायदेओगे का । वकील साहब ने कहा भर जायेगा पॉंच सौ लगेंगें । बाबा बोला ऐरेओ जे बताऊ का झां सिग के सिग काटिबे ही बैठे हो, ऐंसे नेता बने तो है गई सियाराम । हमनि तो सुनी कि नेता कभऊं अपनो पैसा खच्‍च करके कोऊं काम ना करतुई और झां खुदईखुद डड़बे चिपटे हैं ।

वकील समझ गया के अनाड़ी पंछी हाथ लगा है, उसने अपनी मार्केटिंग जमाते हुये कहा कि का नये नये आये हो का । तबई ऐसी बातें कर रहे हो, जाओ दिल्‍ली, भोपाल चले जाओ और जायके देखो कि वकीलों के रेट क्‍या चल रहे हैं पॉंच दस हजार से नीचे तो कोई वकील अपनी कुर्सी पे बैठने भी नहीं देता, हम तो मुरैने में बरबाद हे रहे हैं । नहीं तो हमऊं आज कछू होते । नेता बनि जाओगे तो जो कमाई करोगे वाय का हमें दे देओगे का । बाबा ने इतना सुन के मूंछ पर ताव जमाया और बोला ठीक है वकील साब दये पूरे तीन सौ दये, अब जादा रेट फेट मत करो, मोड़ा नेता बनें चाहिये रहो हैं, जाय नेता बन जावन देओ ।

वकील ने सटासट फटाफट फार्म भरवा दिया । दस प्रस्‍तावक भी ला दिये । और शुरू हो गया नाती से नेता बनने का सफर ।

चम्‍बल के बागीयों पर दुनियां तोहमत लादती है, लेकिन अब क्‍या हो जब सारा मध्‍यप्रदेश ही बागी हो उठा है हर पार्टी में बागी नेता सिर उठा रहा है । दागी से बागी बने इन नेताओं का दुख ये है कि पर्चे की लास्‍ट डेट तक इन्‍हें पता ही नहीं लग पाया कि वे उन्‍हें टिकिट नहीं मिल रहा । वरना किसी और पर सवार हो लेते ।

अब डेट निकलने के बाद उन्‍हें उम्‍मीद है कि शायद डेट बढ़ जाये । इस देश में बड़ी बड़ी चीजों की डेट बढ़ जातीं हैं, काश उनके फाम भरने की भी डेट बढ़ जाये ।                  

                                   

शुक्रवार, 7 नवंबर 2008

आखिरी दिन उमड़ा प्रत्‍याशीयों का समन्‍दर ग्वालियर चम्बल सम्भाग से 547 नामांकन

आखिरी दिन उमड़ा प्रत्‍याशीयों का समन्‍दर ग्वालियर चम्बल सम्भाग से 547 नामांकन

 

ग्वालियर 7 नवम्बर 08। आज ग्वालियर चम्बल सम्भाग से 547 अभ्यर्थियों ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नामांकन पत्र दाखिल किये। श्योपुर से 25, अशोकनगर से 45, भिण्ड से 102, शिवपुरी से 113, दतिया से 48, मुरैना से 68, गुना से 72, ग्वालियर से 74 नामांकन पत्र विभिन्न प्रत्याशियों द्वारा भरे गये।

      दानों सम्भागों से अभी तक कुल 767 नामांकन पत्र दाखिल किये जा चुके है।

 

ग्‍वालियर चम्‍बल के विधानसभा क्षेत्र के मतदाता और मतदान केन्‍द्र – एक नजर में

ग्‍वालियर चम्‍बल के विधानसभा क्षेत्र के मतदाता और मतदान केन्‍द्र एक नजर में

 

 

विधानसभा क्षेत्र का नाम

 

कुल मतदाताओं की संख्या

 

पुरूष मतदाता

 

महिला मतदाता

 

मतदान केन्द्रों की संख्या

 

संवेदशीन मतदान केन्द्रों की संख्या

 

01

 

श्योपुर - जिला श्योपुर

 

159643

 

85274

 

74369

 

198

 

39

 

02

 

विजयपुर

 

154370

 

83384

 

70986

 

191

 

39

 

03

 

सबलगढ़ - जिला मुरैना

 

150796

 

81746

 

69050

 

174

 

59

 

04

 

जौरा

 

170529

 

93902

 

76627

 

195

 

68

 

05

 

सुमावली

 

172058

 

95929

 

76129

 

197

 

66

 

06

 

मुरैना

 

175410

 

97766

 

77767

 

194

 

45

 

07

 

दिमनी

 

157275

 

87468

 

69807

 

177

 

100

 

08

 

अंबाह

 

163288

 

89538

 

73750

 

179

 

52

 

09

 

अटेर -जिला भिंड

 

173572

 

95184

 

78388

 

220

 

-

 

10

 

भिंड

 

190367

 

104783

 

85584

 

201

 

-

 

11

 

लहार

 

203305

 

110773

 

92532

 

239

 

-

 

12

 

मेहगाँव

 

212330

 

116691

 

95639

 

259

 

-

 

13

 

गोहद  (अजा)

 

165444

 

91633

 

73811

 

208

 

-

 

14

 

ग्वालियर ग्रामीण

 

147937

 

81817

 

66120

 

192

 

49

 

15

 

ग्वालियर

 

175192

 

96022

 

79170

 

186

 

24

 

16

 

ग्वालियर पूर्व

 

173159

 

94484

 

78675

 

167

 

20

 

17

 

ग्वालियर दक्षिण

 

162952

 

87873

 

75079

 

159

 

15

 

18

 

भितरवार

 

163978

 

89487

 

74491

 

204

 

56

 

19

 

डबरा (अजा)

 

149696

 

81204

 

68492

 

188

 

41

 

20

 

सेंवढ़ा - जिला दतिया

 

126111

 

68653

 

57458

 

165

 

66

 

21

 

भांडेर

 

135288

 

72207

 

63081

 

188

 

40

 

22

 

दतिया

 

135933

 

73068

 

62865

 

177

 

37

 

23

 

करैरा (अजा)जिला शिवपुरी

 

165574

 

90344

 

75230

 

224

 

56

 

24

 

पोहरी

 

154423

 

83446

 

70977

 

222

 

57

 

25

 

शिवपुरी

 

159448

 

85913

 

73535

 

188

 

42

 

26

 

पिछोर

 

171243

 

90703

 

80540

 

228

 

64

 

27

 

कोलारस

 

159607

 

86223

 

73384

 

221

 

58

 

28

 

बमोरी -जिला गुना

 

131985

 

69802

 

62183

 

196

 

-

 

29

 

गुना

 

130452

 

70106

 

60346

 

170

 

-

 

30

 

चाचौड़ा

 

146376

 

78590

 

67786

 

203

 

-

 

31

 

राघौगढ़

 

139453

 

74719

 

64734

 

190

 

-

 

32

 

अशोकनगर -जिला अशोकनगर

 

130744

 

70368

 

60376

 

216

 

62

 

33

 

चंदेरी

 

125660

 

67311

 

58349

 

190

 

58

 

34

 

मुंगावली

 

130968

 

71244

 

59724

 

219

 

61

 

ग्वालियर चंबल संभाग के आठ जिलों के 34 विधानसभा क्षेत्रों की निर्वाचन संबंधी संक्षिप्त जानकारी ।