शनिवार, 8 अगस्त 2009

सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों के कल्याण के लिये ग्यारह योजनायें लागू

सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों के कल्याण के लिये ग्यारह योजनायें लागू

आयोग के अध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न

ग्वालियर 07 अगस्त 09। सामान्य वर्ग के निर्धन व्यक्तियों के कल्याण के लिये गठित राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन ने कहा है कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि सभी को रोटी, कपड़ा, मकान , शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य, रोजगार तथा प्रतिष्ठापूर्ण गरिमामय जीवन जीने का अवसर मिले। इसी उद्देश्य को लेकर सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग का गठन किया गया है। इन वर्गों के कल्याण के लिये अभी ग्यारह योजनायें शुरू की गई हैं। आगे और भी योजनायें लागू की जायेंगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आयोग के कार्यों को गंभीरता से लें तथा सामान्य वर्ग के गरीबों का जीवन स्तर बढ़ायें। श्री जैन ने यह बात आज यहां राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित बैठक में कही। बैठक में आयोग के सचिव श्री डी पी. तिवारी, प्रभारी कलेक्टर श्री आर के. जैन तथा जिले के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

      आयोग के अध्यक्ष श्री जैन ने कहा कि निर्धन कोई भी हो उन्हें आत्म निर्भर व स्वावलम्बी बनाया जायेगा। ऐसे लोग अपने पैरों पर खड़े हो सकें, इसके लिये शिक्षा सबसे बेहतर माध्यम है। इसलिये आयोग द्वारा योजनाओं में शिक्षा के क्षेत्र को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पशु पालन एवं कृषि पर निर्भर है। इसके लिये गो संवर्धन पर बल दिया गया है तथा इसमें महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि निर्धनों में आत्म विश्वास बढ़ाने के लिये रोजगार, आवास एवं स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया गया है ताकि मजबूत समाज बने एवं समाज का कोई भी हिस्सा कमजोर नहीं रहे। श्री जैने ने बताया कि आयोग द्वारा संस्कृत प्रसार योजना के अन्तर्गत 224 पद संस्कृत के शिक्षकों के स्वीकृत किये गये हैं, जिसकी भरती व्यवसायिक परीक्षा मण्डल के माध्यम से होगी। साथ ही संभागीय मुख्यालयों पर सामान्य वर्ग के निर्धन घात्रों के लिये 100 सीट के छात्रावास बनवाने की आयोग की योजना है।

      आयोग के अध्यक्ष श्री जैन ने बताया कि आयोग द्वारा वर्तमान में ग्यारह योजनायें शुरू की गईं हैं। इनमे सामान्य निर्धन वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति, स्वामी विवेकानन्द प्री मेट्रिक छात्रवृत्ति, स्वामी विवेकानन्द पोस्ट मेट्रिक प्रावीण्य छात्रवृत्ति, सुदामा शिष्यवृत्ति योजना, डॉ. ए पी जे. अब्दुल कलाम मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना, व्यवसायिक पाठयक्रमों में विक्रमादित्य नि:शुल्क शिक्षा योजना, नि:शुल्क पाठय पुस्तकें, वीरांगना लक्ष्मीबाई सायकिल योजना, सांदीपनि संस्कृत भाषा प्रचार योजना, माँ सरस्वती योजना एवं आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना शामिल है। बैठक में आयोग के सचिव श्री डी पी. तिवारी ने इन योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी तथा इन पर तत्परता से कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश दिये। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों से महत्वपूर्ण सुझाव भी लिये गये। प्रभारी कलेक्टर श्री जैन ने सुझाव दिया कि आयोग की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने की आवश्यकता है ताकि आम लोगों को इसकी जानकारी हो सके। उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रवृत्ति योजना केवल शासकीय विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में ही लागू है, इसे निजी शिक्षण संस्थाओं में भी लागू किया जाना उचित होगा। इनके अलावा बैठक में प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिये कोचिंग व्यवस्था शुरू करने, शहरी क्षेत्र के निर्धनों के लिये योजनायें शुरू करने, आवासीय योजनायें प्रारंभ करने संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। अध्यक्ष श्री जैन ने कहा कि अधिकारी अपने सुझाव लिखकर भी आयोग के कार्यालय को भेज सकते हैं साथ ही सचिव श्री तिवारी के मोबाइल नम्बर 9425012607 पर भी अवगत कराया जा सकता है।

 

 

देश तोड़ने की कोशिश में लगे दक्षिणपंथी विचारधारा के यह लोग

देश तोड़ने की कोशिश में लगे दक्षिणपंथी विचारधारा के यह लोग

निर्मल रानी, 163011, महावीर नगर,  अम्बाला शहर,हरियाणा email: nirmalrani@gmail.com nirmalrani2000@yahoo.co.in nirmalrani2003@yahoo.com  फोन-98962-93341 

 

       भारत का प्रत्येक नागरिक अपने भारतीय होने पर गौरवान्वित महसूस करता है। निश्चित रूप से प्रत्येक देश का नागरिक अपने देश पर तथा अपने देश का वासी होने पर शायद उतना ही गर्व करता होगा जितना कि कोई भारतीय नागरिक करता है। परन्तु नि:सन्देह हमारे देश की कुछ ऐसी विशेषताएं हैं जो हमें अन्य देशों से कुछ न कुछ अलग रखती हैं। उदाहरण के तौर पर दुनिया के किसी भी देश के बारे में हम आसानी से यह कह सकते हैं कि अमुक देश ईसाई देश है या मुस्लिम देश है अथवा बौद्ध बाहुल्य राष्ट्र है। परन्तु भारत सर्वधर्म सम्भाव की नीतियों पर चलने वाला एक ऐसा अनूठा देश है जिसकी दुनिया में पहचान ही अनेकता में एकता को लेकर है। भाषा के लिहांज से भी यदि देखा जाए तो जितनी भाषाएं हमारे देश में प्रचलित हैं, उतनी शायद अन्य किसी देश में नहीं। कहने का तात्पर्य यह है कि दुनिया में हमारे देश की छवि एक उदारवादी, वसुधैव कुटुम्बकम का परचम बुलंद करने वाले तथा अनेकता में एकता का प्रदर्शन करने वाले एक महान राष्ट्र के रूप में है, न कि किसी दक्षिणपंथी विचारधारा का अनुसरण करने वाले राष्ट्र के रूप में। हमारी इसी एकता ने हमें आज उस स्थान तक पहुंचा दिया है कि आज दुनिया के बड़े से बड़े देश हमें अपने बराबर का महत्व देने लगे हैं। शायद इंकबाल ने इसी सोच से प्रेरित होकर लिखा था कि- 'कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी। सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जमां हमारा॥' परन्तु दुर्भाग्यवश इसी देश के कुछ समाज विभाजक तत्व जोकि अपने चेहरों पर कभी खांटी हिन्दुत्व का चेहरा लगाए नंजर आते हैं तो कभी राष्ट्रवाद का ढोंग करते दिखाई देते हैं। कभी यह शक्तियां धार्मिक उन्माद फैलाने जैसी योजनाओं में संलिप्त दिखाई देते हैं तो कभी जातिवादी तनाव फैलाने में इन्हें सक्रिय देखा जा सकता है। इन्हें देखकर तथा इनकी राष्ट्रविरोधी व समाज विभाजक कारगुंजारियों को देखकर तो ऐसा लगने लगता है जैसे कि देश को इनके रहते हुए किसी दुश्मन की जरूरत ही नहीं है। विडंबना तो यह है कि समाज विभाजक व राष्ट्रविरोधी यह शक्तियां बिंदास तरींके से अपने ंजहरीले मिशन को आगे बढ़ाती जा रही हैं और हमारी सरकारें हैं कि आंखें मूंदकर यह सब कुछ देखती व सहन करती जा रही हैं। परिणामस्वरूप इन समाज व राष्ट्रविरोधी शक्तियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं तथा दिन-प्रतिदिन यह दक्षिणपंथी तांकतें और मंजबूत होती जा रही हैं। दक्षिणपंथी विचारधारा के परवान चढ़ने की अधिकांश ंखबरें दुर्भाग्यवश उन्हीं राज्यों से आ रही हैं, जहां इसी विचारधारा के लोग सत्ता पर काबिंज हो चुके हैं।

              उदाहरण के तौर पर गत् दिनों रक्षाबंधन के दिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के समीप एक प्रसिद्ध एवं प्राचीन हनोल मंदिर में राखी पूजा करने गई एक दलित महिला को वहां के पुजारियों ने खूब पीटा तथा उसे निर्वस्त्र कर दिया। उस अबोध दलित युवती का कुसूर केवल इतना था कि वह दलित समुदाय के लिए निर्धारित सीमा का उल्लंघन कर धक्का मुक्की की वजह से उस क्षेत्र में दो कदम आगे बढ़ गई थी जोकि तथाकथित उच्च जाति के लोगों के लिए निर्धारित था। देहरादून के कलसी राजस्व पुलिस चौकी में इस सिलसिले में मामला दर्ज कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है। जबकि पूरे क्षेत्र में इस घटना को लेकर तनाव फैलने का समाचार है। ंजरा सोचिए कि श्रद्धा और विश्वास से भरी एक युवती जो राखी पूजा के लिए मंदिर जाती है तथा अपने को उच्च जाति का समझने वाला कोई पाखंडी पुजारी उसे मारता-पीटता तथा निर्वस्त्र कर देता है, इस घटना से   आपको कहीं वसुधैव कुटुम्बकम या सर्वधर्म सम्भाव जैसी कोई बात नंजर आती है जो हमें यह संदेश दे सके कि यही हमारे राष्ट्र की विशेषता है? या फिर इस प्रकार की हरकतें करने वाले अपनी संकुचित, तुच्छ एवं घटिया सोच का प्रदर्शन कर अपने आप को समाज विभाजक तत्वों के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। देश के किसी न किसी कोने से लगभग प्रतिदिन ऐसे हादसों की ंखबरें आती ही रहती हैं जिनसे हमें इन दक्षिणपंथी सोच रखने वालों के घटिया कारनामों का पता चलता रहता है।

              इन दिनों कर्नाटक में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम को बदनाम करने का ठेका श्री राम सेना नामक एक संगठन ने ले रखा है। कहा जाता है कि तोड़-फोड़, दंगा-ंफसाद, हंगामा आदि करने में सबसे आगे रहने वाले इस संगठन को सत्तारूढ़ भाजपा सरकार का संरक्षण प्राप्त है। पिछले दिनों इस कथित रामसेना के लोगों ने कर्नाटक में एक ऐसी ंजलालत भरी हरकत की जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। हुआ यह कि एक हिन्दू परिवार ने अपनी शादी का प्रबंध एक होटल में किया। इस विवाह समारोह में इस परिवार ने अपने घनिष्ठ केवल चौदह लोगों को आमंत्रित किया जिसमें उनके परिवार से घनिष्ठ संबंध रखने वाला एक मुस्लिम युवक भी शामिल था। इस विवाह समारोह की भनक जब राम सेना के लोगों को लगी तो उन्होंने समारोह स्थल पर जाकर मुस्लिम युवक के विवाह समारोह में शामिल होने पर आपत्ति जताई। परिणामस्वरूप विवाह आयोजकों ने आपत्ति की, इसके बाद अपने को राम सेना का सदस्य बताने वाले लोगों ने उस मुस्लिम युवक की जमकर पिटाई की। इतना ही नहीं बल्कि विवाह में भाग ले रहे जिन लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, उसे भी ंखूब पीटा।

              यह हाल है उस देश के कट्टरपंथी तथाकथित ढोंगी राष्ट्रभक्तों का जिस देश में दिल्ली में बने विशालकाय अक्षरधाम मन्दिर का उद्धाटन भारत रत्न डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के कर कमलों द्वारा किया जाता है। न जाने उस समय इस विचारधारा के लोगा कौन से बिलों में घुस जाते हैं जब देश के अधिकांश भारतीय डॉ कलाम जैसे मुसलमानों पर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं। कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि हैदर अली व टीपू सुल्तान की जन्म व कर्मभूमि पर ऐसी समाज विभाजक शक्तियां केवल नाम, धन व सम्पत्ति कमाने के चक्कर में अपना विषैला फन फैला रही हैं। ऐसी बातें आम लोगों की चिंता में उस समय और इंजांफा कर देती हैं जबकि ऐसी ंखबर आती है कि इन समाज विरोधी तांकतों को राज्य सरकार का भी संरक्षण व समर्थन हासिल है।

              यही वे तांकतें हैं जो धर्म के नाम पर लोगों को मकान देने से मना करती हैं। इन्हीं शक्तियों द्वारा गुजरात में 'प्रयोगशाला' बनाकर अपने तरींके के राष्ट्रनिर्माण की कोशिशें की जा रही हैं। यही वह शक्तियां हैं जो भारतवासियों को कहीं धर्म के नाम पर बांट रही हैं तो कहीं जाति के नाम पर दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश करती हैं। यही वे तांकतें हैं जो धर्म व जाति के नाम पर अलग कॉलोनियां बसाने का प्रयास कर रही हैं। यही वह तांकतें हैं जो अर्न्तधार्मिक व अर्न्तजातीय विवाहों का विरोध करती हैं। आधुनिकीकरण तथा उदारवाद जैसी सोच तो शायद इनके पास भी नहीं भटकती। कट्टरपंथी एवं रूढ़ीवादी सोच रखने वाले यह लोग वेशभूषा तथा बोलचाल में भले ही स्वयं को राष्ट्रभक्त या राष्ट्रप्रेमी बताने की कोशिश करें पर हंकींकत तो यह है कि यह शक्तियां केवल भारतीय समाज, राष्ट्रीय एकता की ही दुश्मन नहीं बल्कि यह पूरी मानवता की सबसे बड़ी दुश्मन हैं। ंजरूरत है ऐसी सोच की जड़ों पर प्रहार करने की तथा ऐसे मिशन में लगे सभी संस्थानों व उपक्रमों को बंद करने की जहां नंफरत, विभाजन, द्वेष, हिंसा तथा दो दिलों को तोड़ने का पाठ पढ़ाया जाता हो। यदि समय रहते इन विचारों को सींचने वाले मिशन नेस्तनाबूद नहीं किए गए तो हमारे देश को तबाह करने के लिए राष्ट्रभक्ति के बाने में लिपटे दिखाई देने वाले यही भीतरी दुश्मन ही कांफी होंगे।

                                                                                      निर्मल रानी

 

शुक्रवार, 7 अगस्त 2009

तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को अधिमान्यता

तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को अधिमान्यता

ग्वालियर, 6 अगस्त 09/ राज्य सरकार ने तहसील स्तर पर कार्यरत पत्रकारों को अधिमान्यता प्रदान करने के लिये नियमों को सरल कर दिया है ।संशोधित नियमों के अनुसार तहसील मुख्यालय/प्रकाशन स्थल में पदस्थ पत्रकारों को जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अधिमान्यता दी जा सकेगी। इसके लिये तहसील में समाचार पत्र की न्यूनतम दो सौ प्रतियों का प्रसार होना और आवेदक पत्रकार व पत्रकारिता के क्षेत्र में कम से कम पांच वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। अधिमान्यता के लिये इच्छुक पत्रकार  आवेदन पत्र के साथ नियुक्ति पत्र या संबंधित जिला जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थ अधिकारी की अनुशंसा होना जरूरी है।

 

पहल का आदर्श बगीचा बना कृषक की पहचान =एक सफलता की कहानी (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

पहल का आदर्श बगीचा बना कृषक की पहचान =एक सफलता की कहानी=

मुरैना 6 अगस्‍त्‍ा 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) ग्राम मि­त्र संस्थान म.प्र. एवं स्वयं सेवी संगठन है जो कि स्वयं कृषि आन्दोलनकारी भावना रखने  वाली टीम द्वारा संचालित है।

संस्थान द्वारा 2004-05 से पहले ( ParticipatoryAgricultural g Horticural Activitiy for livelihood) गतिविधि संचालित की जा रही है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रतिवर्ष कृषकों को कई आजीविका अर्जन करने वाली गतिविधियों का संचालन किया रहा है। इसी कड़ी में 2004-05 में चयनित कृषकों को समन्वित उद्यानिकी कार्यक्रम के तहत आदर्श उद्यान लगवाये गये जिनमें एक उद्यान हड़वासी ग्राम के राकेश के यहां लगावाया गया जिसमें सागौन की बाउण्ड्री तथा अन्तवर्ती फसल में 50 अनार,25 आंवला, 25  अमरूद, 5 कटहल, मौसमी अमरूद फल देने लगे है जिसमें कृ षक 40-50 हजार रूपये प्रति वर्ष आय लेने लगा है। जिसमें अनाार की फसल वर्तमान में बम्पर आ रही हैं। जिसमें कृषक लाभ ले रहा है।

अनार का आकार चम्बल संभाग के इतिहास में सबसे बड़ा है औसतन अनार 500 ग्राम से 750 ग्राम तक के है।  कृषिक ने बताया कि उसका और भी लाभ प्राप्त कर सकता है। क्यों कि बरसात व अन्य करणों से फसलों में कुछ रोग लगे हैं। जिससे किसान चिंतित था। उक्त समस्या के निराकरण हेतु संस्थान के समन्वयक श्री वीरेन्द्र वर्मा के द्वारा तकनीकी विशेषज्ञ दल कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डा. वाय.पी.सिंह उद्याान विभाग के सहायक संचालक श्री परते व भदौरियास तथा नाबार्ड के व्हाई.एन. मवाल ने कृषक की समस्याओं के निराकरण के लिये कृ षक के खेत पर ले गये जहां पर विशेषज्ञ दल ने कृषक को प्राथमिक उपचार की जानकारी दी। तथा अन्य समस्याओं के कारण निराकण हेतु फलों के सैम्पल कृषि विज्ञान केन्द्र की अनुसंधान शाखा में परीक्षण हेतु ले गये कृषि विज्ञान केन्द्र के डा. वाय.पी सिंह ने कृषक को समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया।

कृषक ने बताया कि उसने अपने स्वयं पंजी से कई संसाधनों में विेश किया है किन्तु व इस योजना का विस्तार करना चाहता है। तथा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन व मधुमक्खी पालन से शहद से उत्पादन की इकाइयां प्रारम्भ करना चाहता है। जिसके लिये उसके पास पर्याप्त निवेश पँजी का अभाव है जिस पर उद्यान विभाग के सहायक संचालक श्री परते व भदौरिया ने कृषक को अपना प्रस्ताव  विभाग के पास भिजवाने के लिये कहा तथा नाबार्ड के ए.जी.एम.श्री मवाल जी ने प्रस्ताव को बैंक से स्वीकृति हेतु आश्वासन दिया।

कृषक राकेश ने कहा कि मेरी अन्य कृषक भी आदर्श उद्यान विकास करके लाभ ले सकते है क्यों कि मेरे उद्यान का यह चौथा वर्ष है जिसमें मैं 40-50 हजार रूपये तक की वार्षिक आय प्राप्त की है। अभी मेरे अन्य फसलों में आना शेष है जब फल आने लगे गे तब एक  लाख रूपये से अधिक प्राप्त होने की आशा है। ग्राम मित्र संस्थान  के कार्यक्रम पहल के परियोजना समन्यवक श्री वीरेन्द्र वर्मा ने कहा कि अगर शासन प्रशासन व अन्य शासकीय अशासकीय संस्थायें इस तरह की योजनाओं मे ंसकारात्मक सहयोग प्रदान करती हैं तो ग्वालियर चम्बल संभाग  में आधुनिक कृषि के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की जा सकती है। जो कि ग्वालियर चम्बल संभाग की सरसों की मूल पहचान के साथ मालवांचल की तरह कृषि व उद्यानिकी के क्षेत्र में सकारात्मक ख्याति उपलब्ध कराई जा सकती है।

 

 

भुजरियां इंदिरा सरोवर में बिर्सजित =बडोखर में भुजरियां मेला आयोजित (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

भुजरियां इंदिरा सरोवर में बिर्सजित =बडोखर में भुजरियां मेला आयोजित

मुरैना 6 अगस्‍त्‍ा 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़ोखर स्थित इंदिरा सरोवर पर रक्षा बंधन के दूसरे दिन भुजरिया मेला क ा आयोजन किया गया। जहां पर आज भुजरिओं को बिर्सजित किया गया । भुजरियों के बिर्सजन होने के साथ ही रक्षाबंधन पर्व का समापन हो गया इस अवसर पर शहर भर से लडकियां बच्चे ब बडे लोग मेला देखने आते हैं और भुजरियों को इदिरा सागर में बिर्सजित करते है। प्राचीन बउोखर तालाब हालाकि अब नही रहा है मगर शहर की आमजनता में उसके प्रति आज भी गहरी आस्था है। परेपरा के अनुसार मेला में बिभिन्न प्रकार के सांस्क्तिक कार्यक्रम और खेलकूद प्र्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। मेला में शहर के अलावा आसपास के गांवों से भी बडी संख्या में महिला पुरूष ब बच्चे भाग लेने आये।

 ग्राम पंचायत बडोखर द्वारा आयोजित भुजरिया मेला में  सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुये पुलिस कर्मीओं को डयूटी पर लगाया गया था। इंदिरा सरोवर पर भुजरियों का मेला लगने से पूर्व नगर प्रशासन ने हटैची द्वारा साफ-सफाई करवाई गयी।  मेले का पास लगे समूचे घूरों का भरवाकर अन्य स्थान पर फिकवा दिया गया। मेले के रास्ते में जहा पर कीचड़ था वहा पर गिटटीयां डलवाकर रास्ते को दुरूस्त कर करवाया गया जिससे मिले जाने राहगीरों  को कोई परेशानी नही आये। अम्बाह की और जाने वाले चार पहिया वाहन पूर्ण रूप से बंद किये गये। चार पहियें वाहनों को बाइपास रोड़ से निकाला गया। पोलीटेकनिक के पास अस्थायी रूप से बैरीकेटस लगाकर पुलिस के जवान तैनात किये गये जिससे यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रही। इस के अलावा पुलिस के कुछ जवान सिविल में मेले में व्यवस्था को देखते पाये गये।

 

आपसी बिबाद को लेकर झगडा तीन घायल (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

आपसी बिबाद को लेकर झगडा तीन घायल

मुरैना 6 अगस्‍त्‍ा 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य).आपसी बिबाद को लेकर हुए झगड़े में तीन लोग घायल हो गये प्रेम नगर और इस्लाम पुरा में रक्षाबंधन को के पर्व पर हुए उक्त झगडे में घायलों को इलाज हेतु अस्पताल में दाखिल करा  दिया है। तथा हमलावरों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रेम नगर में दलितों के बीच आपसी बिबाद को लेकर हुए झगडे में लाठी डंडा ब ईंट पत्थर मारकर एक दूसरे को चोटिल कर दिया हमले में मुरारी जाटव व दूसरे पक्ष का कमलेश जाटव घायल हो गया सिविल लाईन थाना पुलिस ने मुरारी की शिकायत पर बाबूलाल परूषोत्तम कमलेश नेमी जाटव तथा कमलेश की फरियाद पर रामेश्वर धांसू सुनील बहरदुर जाटव के खिलाफ धारा 336,294,323,34 आईपीसी का क्रास मामला कायम कर लिया है।

शहर कोतवाली अंर्तगत आने वाले इस्सलाम पुरा में आपसी बिबाद को लेकर हुए  झगडें में आरोपी गटुआ रामसुंदर बन्टी दिनेश राठोर ने मिलकर धर्मवीर राठोर की   मारपीट कर चोट पहुंचाई और धमकाया पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर मामला  कायम कर जांच शुरू करदी है।

 

दवंगों ने तीन दलितों को पीटा,मामला कायम (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

दवंगों ने तीन दलितों को पीटा,मामला कायम

मुरैना 6 अगस्‍त्‍ा 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य).जिले के बिभिन्न थाना क्षेत्रों में गत दिवस तीन दलित युवकों की मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी और जातिय अपमान किया पुलिस ने नामजद आरोपियों के बिरूद्ध मामला कायम कर लिया है।

पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अंबाह के जग्गा चोैराहे पर  आरोपी बुद्धा ब मूला शर्मा ने मिलकर सुभाष सेनी की मारपीट कर चोट पहुंचाई और जातीय अपमान किया आरोपी और फरियादी ग्राम चांदपुर के रहने वाले है। पुलिस ने आरोपियों के बिरूद्ध धारा 323,294,341,506वी एवं हरिजन एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

महुआ थाना अंर्तगत ग्राम उसेद के पास आरोपी लटूरी,गिल्ली ,अन्नू तोमर ने कमलेश सखवार की मारपीट कर जातीय अपमान किया और जान से मारने की धमकी दी । महुआ थाना पुलिस ने फरियादी कमलेश सखवार ग्राम मेहदी रायकापुरा की शिकायत पर आरोपियों के बिरूद्ध धारा 323,294,341,506वी एवं हरिजन एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

सवलगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बत्तोखर में पुरानी रंजिश को लेकर आरोपी दिनेश ज्ञान पप्पू जादौन ने करण जाटव की लाठी डंडों से मारपीट कर चोट  पहुंचाई और  जातीय अपमान किया पुलिस ने ग्राम छीतरिया का पुरा निवासी करण जाटव की शिकायत पर आरोपियों के बिरूद्ध धारा 323,294,341,506वी एवं हरिजन एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

 

मिल मजदूर समेत दो युवक फांसी लगाकर मरे (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

मिल मजदूर समेत दो युवक फांसी लगाकर मरे

मुरैना 6 अगस्‍त्‍ा 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)..मिल मजदूर समेत दो युवकों ने गत दिवस फंासी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करली पुलिस ने मर्ग कायम कर आत्महत्याओं के काराों की जांच शुरू करदी है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पोरसा थाना क्षेत्र के ग्राम मडोखर कौंथर में रहने वाले राघवेन्द्र पुत्र वरनाम तोमर उम्र 40 बर्ष ने अज्ञात कारणों के चलते गले में फांसी का फंदा डालकर अपनी जीवन लीला समाप्त करली। पुलिस ने ब्जेश तोमर की सूचना पर मग्र कायम कर जांच शुरू करदी है।

एक अन्य जानकारी के अनुसार फेक्ट्री क्षेत्र बामौर में त्रिपती फेक्ट्री में कार्यरत रमदू पुत्र अमर सिंह जादौन उम्र 40 बर्ष ने फेक्ट्री परिसर में ही गत दिवस फंासी लगाकर आत्म हत्या करली म्तक ग्राम बत्तोखर का रहने वाला था। युवकी मौत की सूचना मिलने पर ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर मेडीकल परीक्षण हेतु अस्पताल भेज दिया है तथा मर्ग कायम कर युवकी मौत के कारणों की बिबेचना शुरू करदी है।

 

बदना जाटव हत्या कांड में तीन आरोपी नामजद::दो माह पूर्व की गई थी हत्या::(दैनिक मध्‍यराज्‍य)

बदना जाटव हत्या कांड में तीन आरोपी नामजद::दो माह पूर्व की गई थी हत्या::

मुरैना 6 अगस्‍त्‍ा 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य) .दो माह पूर्व की गई बदना जाटव हत्या में शामिल तीन आरोपियों के बिरूद्ध पुलिस थाना सुमावली ने हत्या का मामला कायम कर लिया है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुमावली थाना क्षेत्र के लोहगढ क़े जंगल दो माह पूर्व अज्ञात युवक की लाश को पुलिस ने बरामद किया मृतक की शिनाख्त बदन उर्फ बदना जाटव पुत्र आशाराम जाटव मुरेना गांव के रूप में की गई। पुलिस ने शव को बरामद करने के बाद मेडीकल परीक्षण हेतु अस्पताल पहुंचाया और मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई मर्ग जांच और म्तक के परिजनों के बयानों के आधार पर पुलिस इस निर्ष्कस पर पहुंची कि बदना जाटव की मारपीट कर हत्या की गई है। और साक्ष्य छिपाने  की गरज से आरोपियों ने शव को जंगल में फेंक दिया था।

पुलिस ने बताया कि उक्त मर्डर के आरोपी दीवान रघुनाथ और जयाराम गुर्जर को नामजद किया गया है। सभी आरोपी ग्राम सिलारपुरा के रहने वाले है। सुमावली थाना पुलिस ने बुधवार को उनके बिरूद्ध धारा 302,201 तथा हरिजन एक्ट का मामला कायम कर लिया है।

 

पत्र मिला हमको (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

पत्र मिला हमको

सारे जीवन में इकलौता, पत्र मिला हमको ।

प्रति उत्तर में लिख न सके हम, धन्यवाद उनको॥

 

नील गगन में पंछी सा मन, उड़ा उजाले में ।

सभी दूरियाँ सिमट गईं, ऑंखों के प्याले में ॥

चित्रांकित से स्वप्न, नयन की पुतली में डोले ।

कागज के कोरे हिस्से ने, कई भेद खोले ॥

षब्द पुश्प की माला का, उपहार मिला मन को ।

सारे जीवन में इकलौता, पत्र मिला हमको ॥

 

 

कलम कला ने कागज पर, संगम साकार गढ़ा ।

गुम्फित षब्दों की भाशा में, मृदु अभिसार जड़ा ॥

लिख न सकी जो कलम, इसलिये छोड़ दिया कोना।

इन्द्र धनुश सी छटा दिखाकर, मार गया टोना॥

कुंचित केषी षब्दाकृति से, वार दिया तन को ।

सारे जीवन में इकलौता, पत्र मिला हमको ॥

 

 

अक्षर के खाली कोटर से, झांक उठा मुखड़ा ।

पलकों की कोरों में सिमटा, नीर कहीं उमड़ा॥

षब्दों से षब्दों की  दूरी, लगती व्याकुल है ।

सागर में खोने को जैसे, नदिया व्याकुल है॥

केवल हमको छोड़, सलौना प्यार लिखा सबको।

सारे जीवन में इकलौता, पत्र मिला हमको ॥

लिखा पते में नाम साथ में, केवल उन्हें मिले।

लिखा पते में नाम साथ में, केवल उन्हें मिले।

लिखा पते में नाम साथ में, केवल उन्हें मिले ।

जितनी बार पढ़ा, चितवन में नवल प्रसून खिले॥

मदिराचल ने मथ डाला, फिर से मन सागर क।

बरसाने की सुध लौटी ज्यों, फिर नटनागर ॥

पूर्ण विराम लगाकर बाकी, छोड़ दिया कब को।

सारे जीवन में इकलौता, पत्र मिला हमको ॥

ब्रजमोहन कुषवाह

गायत्री कालोनी मुरैना

 

शासकीय कार्यालयों में अधिकारी, कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें, राज्य शासन के कड़े निर्देश

शासकीय कार्यालयों में अधिकारी, कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें, राज्य शासन के कड़े निर्देश

Bhopal:Thursday, August 6

 

राज्य शासन ने सभी विभागों को अधीनस्थ शासकीय कार्यालयों का नियमित निरीक्षण तथा कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में सभी प्रमुख सचिव, सचिव, शासन के समस्त विभागाध्यक्ष, संभागायुक्त, समस्त कलेक्टर्स तथा जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश जारी कर कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करनें के लिये कहा है ताकि शासकीय कार्यालयों में आम जनता एवं पक्षकारों की समस्याओं का शीघ्र और प्रभावी निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।

शासन को यह शिकायत मिली है कि शासकीय कार्यालयों में आने वाले आवेदकों को कर्मचारियों की अनुपस्थिति से जनसामान्य की समस्याओं के निराकरण में कठिनाई होती है क्योंकि कर्मचारी न तो समय पर कार्यालय आते हैं और न ही उनके द्वारा अपने स्थान से अनुपस्थित रहने का कोई कारण बताया जाता है। यह स्थिति शासकीय कर्मचारियों के लिये विहित आचरण नियमों के सर्वथा विपरीत है। निर्देशों में ऐसे अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुये समुचित अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिये कहा है।

सामान्य प्रशासन विभाग ने प्रत्येक कार्यालय प्रमुख से यह अपेक्षा की है कि उनके अधीन कार्यालय अपने निर्धारित समय पर खुलें और वहीं सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने नियत स्थान पर जन सामान्य को उपलब्ध हों। यह भी कहा गया है कि शासकीय कर्मचारी कार्यालय प्रारंभ होनें के समय के पूर्व अपने स्थान पर उपस्थित हो जायें। कर्मचारी मध्यान्ह भोजन के लिये निर्धारित अवधि को छोड़कर सामान्य परिस्थितियों में कार्यालय बंद होने की अवधि तक अपने कार्य के लिये कार्यालय में उपस्थित रहें। सामान्य प्रशासन विभाग ने निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करनें के निर्देश दिये हैं। निर्देशों से विभिन्न कर्मचारी संगठनों को अवगत कराते हुये उनसे भी इस संबंध में अपने स्तर पर आवश्यक कार्यवाही की अपेक्षा की है।

 

 

गुरुवार, 6 अगस्त 2009

राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर

राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर

·                    डॉ. डी.एस.चंदेल

·                    रजिस्ट्रार,राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय

 

 

      राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय की स्थापना 19 अगस्त 2008 को राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय अध्यादेश 2008 के अन्तर्गत हुई थी । इस विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु कई वर्षों से प्रयास किये जा रहे थे । इसी संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान , माननीय श्री अनूप मिश्रा मंत्री म.प्र. शासन, माननीय श्री नरेन्द्र सिंह जी तोमर प्रदेश अध्यक्ष एवं अन्य स्थानीय सांसदों गणमान्य अतिथियों की उपस्थित में इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई ।

       राजा मानसिंह तोमर की साहित्य एवं संगीत के प्रति अगाध श्रध्दा थी । उनके कार्यकाल में ग्वालियर में संगीत विद्यालय की स्थापना की गई , जो शायद भारत वर्ष का पहला संगीत विद्यालय था। राजा स्वयं भी संगीतज्ञ एवं कवि थे व संगीत की ध्रुपद शैली के प्रणेता भी ।  राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 विधानसभा द्वारा 11 फरवरी 2009 को पारित हुआ । इस अधिनियम के अन्तर्गत विश्वविद्यालय के संचालन के लिये प्रथम कुलपति, आचार्य पं. चित्तरंजन ज्योतिषी को विश्वविद्यालय स्थापना के लिये शीघ्र समस्त कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं । इस अधिनियम के अन्तर्गत बीस सदस्यों वाली एक साधारण परिषद् होगी , जिसके अध्यक्ष माननीय मुख्यमंत्री जी होंगे ।  विश्वविद्यालय की एक कार्य परिषद और विद्या परिषद भी होगी  जो कि विश्वविद्यालय का संचालन करेगी । इस विश्वविद्यालय का क्षेत्र संपूर्ण मध्यप्रदेश होगा।

       वर्तमान में विश्वविद्यालय के अन्तर्गत 24 महाविद्यालय संबध्दता प्राप्त हैं और इसके लिये जो पाठयक्रम हैं उनको निर्धारित करने के लिये विभिन्न विद्वानों की बैठकें संपन्न हो चुकी हैं । इस अधिनियम के अन्तर्गत संगीत संकाय, नृत्य संकाय, कला संकाय और अन्य संकाय जो परिनियम के अधीन होंगे का गठन किया गया है । यह भी निर्णय लिया गया कि नाटय संकाय को भी इसमें शामिल किया गया ।

      भोपाल में संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा, श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग,       श्री राम तिवारी संचालक संस्कृति विभाग, पं चित्तरंजन ज्येतिषी कुलपति जी की उपस्थिति में विश्विद्यालय के समग्र विकास पर चर्चा हुई । शैक्षणिक पदों का सृजन अन्य सुविधाओं पर विशेष रूप से चर्चा हुई और एक संबध्द कार्यकम के अन्तर्गत इसको पूर्ण करने का निर्णय लिया गया । इस विश्वविद्यालय में सभी संकायों में शोधकार्य, स्नातकोत्तर पाठयक्रम, स्नातक स्तर के पाठयक्रम , पोस्ट ग्रेज्युएट डिप्लोमा एवं शार्ट कोर्स भी होंगे।

विश्वविद्यालय का उद्देश्य -

1-     संगीत एवं कला संबंधी विद्या तथा ज्ञान का अभिवर्धन तथा उसका प्रसार और भारतीय समाज के विकास में रचनात्मक भूमिका सुनिश्चित करना ।

2-     छात्रों तथा अनुसंधनकर्ता विद्वानों में संगीत एवं कला के क्षेत्र में सुधारों के संबंध में बुध्दि-कौशल का विकास करके संगीत एवं कला तथा संबंधित क्षेत्र में समाज की सेवा करने के उत्तरदायित्व की भावना का विकास करना ।

3-     संगीत से संबंधित ज्ञान की अभिवृध्दि के लिये अभिभाषणों, सेमीनारों, परिसंवादों और अधिवेशनों को आयोजित करन  और संगीत एवं कला संबंधी प्रक्रिया को सामाजिक विकास का प्रभावशाली उपकरण बनाना ।

4-     परीक्षायें आयोजित करना और उपाधियां तथा अन्य विद्या संबंधी विशिष्टताएं प्रदान करना ।

5-     ऐसे समस्त कार्य करना जो विश्वविद्यालय के समस्त उद्देश्यों या उनके से किसी भी उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिये आनुषंगिक, आवश्यक या सहायक हैं ।

6-     विश्वविद्यालय का और गवेषणा, शिक्षा और शिक्षण के ऐसे केन्द्रों क, जो विश्वविद्यालय के उद्देश्यों को अग्रसर करने हेतु आवश्यक है, प्रशासन तथा प्रबंधन करना ।

7-     संगीत एवं कला संबंधी ज्ञान या विद्या की ऐसी शाखाओं में, जैसा कि विश्वविद्यालय उचित समझे, शिक्षण हेतु उपबंध करना और गणवेषण के लिये संगीत एवं कला के ज्ञान की अभिवृध्दि तथा प्रसार के लिये उपबंध करना ।

8-                              अध्येतावृत्तियां, छात्रवृत्तियां, पुरस्कार तथा पदक संस्थित करना तथा प्रदान करना ।

 

बुधवार, 5 अगस्त 2009

कांग्रेसीयों के आन्‍दोलन को प्रशासन का जवाब, मुरैना में बिजली पानी सप्‍लाई ठप्‍प

कांग्रेसीयों के आन्‍दोलन को प्रशासन का जवाब, मुरैना में बिजली पानी सप्‍लाई ठप्‍प

मुरैना 4 अगस्‍त 09, विगत दो रोज से युवक कांग्रेसियो द्वारा बिजली कटौती ओर जिले में व्‍याप्‍त भ्रष्‍टाचार को लेकर चलाये जा रहे आन्‍दोलन एवं पुतले फूंकने की घटनाओं से कुर्राया मुरैना जिला प्रशासन ने पिछले दो दिनों से सम्‍पूर्ण मुरैना जिला की बिजली पानी सप्‍लाई पूरी तरह ठप्‍प कर दी है । शहर मुरैना में जहॉं पिछले दो दिन से घण्‍टे भर के लिये भी बिजली सप्‍लाई नहीं की जा रही वहीं शहर की पेयजल सप्‍लाई भी पूरी तरह ठप्‍प कर दी है ।

हालात इतने बदतर हैं कि न तो बिजली घर पर और न नगरपालिका पर ही लोगों की शिकायत सुनी जा रही है और न कार्यवाही की जा रही है । उल्‍लेखनीय है कि कांग्रेसियों द्वारा पिछले तीन दिनों से बिजली कटौती औ जिले में व्‍याप्‍त भ्रष्‍टाचार, राजनैतिक प्रतिशोध  आदि बातों को लेकर जबरदस्‍त आन्‍दोलन चलाया जा रहा है । जिससे प्रशासन खिसियाया हुआ है ।

विशेष खेद सूचना

पिछले दो दिनों से मुरैना शहर की बिजली पानी सप्‍लाई पूरी तरह बन्‍द रहने से माननीय मुख्‍य न्‍यायाधिपति म.प्र. उच्‍च न्‍यायालय श्री अनंग कुमार पटनायक का समाचार हम समय पर प्रकाशित नहीं कर सके । यह समाचार हमारे मुरैना ब्‍यूरो से प्रकाशित होना था लेकिन वहॉं बिजली पानी सप्‍लाई पूरी तरह बन्‍द रहने से यह समाचार मुरैना ब्‍यूरो द्वारा प्रकाशित नहीं किया जा सका है । बिजली व पानी सप्‍लाई वहॉं बहाल होने के बाद संभवत: मुरैना ब्‍यूरो द्वारा यह समाचार प्रकाशित किया जायेगा ।

 

 

मत्स्य बीज का विक्रय 7 से (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

मत्स्य बीज का विक्रय 7 से

 

मुरैना- 4 अगस्‍त 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)  शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पर उन्नत किस्म का मत्स्य बीज विक्रय हेतु उपलब्ध है । सहायक संचालक मत्स्योद्योग ने जिले के समस्त हितग्राहियों को सूचित किया है कि प्रक्षेत्र पर मत्स्य बीज विक्रय 7 अगस्त से प्रारंभ किया जायेगा । प्रक्षेत्र से मत्स्य बीज प्राप्त कर तालाबों में संचयन करने की सलाह मत्स्य पालकों को दी गई है ।

 

जन सुनवाई : निशक्त को मिला सहारा बरदान बनी “जन सुनवाई” (दैनिक मध्‍यराज्‍य)

जन सुनवाई : निशक्त को मिला सहारा  बरदान बनी "जन सुनवाई"

मुरैना- 4 अगस्‍त 09 (दैनिक मध्‍यराज्‍य)  राज्य शासन के निर्देशानुसार मुरैना जिले के सभी कार्यालयों में आज "जन सुनवाई" की गई । कलेक्टर श्री एम.के. अग्रवाल को जन सुनवाई के दौरान काफी संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निराकरण किया गया । आज की जन सुनवाई न्यू हाउसिंग कॉलोनी मुरैना के दस वर्षीय निशक्त बालक मोनू के लिए बरदान बनी । चलने-फिरने से लाचार मोनू को आज उसकी मां कलेक्टर की जनसुनवाई में लेकर आई । उसके आवेदन पर कलेक्टर ने सामाजिक न्याय विभाग को उचित मदद करने के निर्देश दिए । उप संचालक सामाजिक न्याय श्री वाय. पी. बाथम द्वारा निशक्त जन मोनू को व्हील चेयर प्रदत्त की गई । इसके सहारे अब मोनू आसानी से चल फिर सकेगा ।

       कलेक्टर कार्यालय में हुई जन सुनवाई के दौरान श्रीमती शशि सक्सैना को दो वर्ष से 36 हजार रूपये के लम्बित भुगतान का चैक प्राप्त हुआ । साथ ही वृध्दावस्था पेंशन संबंधित आवेदनों पर कलेक्टर द्वारा पेंशन राशि संबंधितों के खातों में तत्काल जमा कराने के निर्देश दिये । जन सुनवाई में मिले गम्भीर किस्म के मामलों की जांच के लिए तत्काल अधिकारियों को मौका मुआयना हेतु भेजा गया ।

       इसी प्रकार पुलिस अधीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह को जन सुनवाई के दौरान 67 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 23 का मोके पर ही निराकरण किया । जिला  एवं खण्ड स्तर के कार्यालय प्रमुखों द्वारा अपने कार्यालय में जन सुनवाई की गई और प्राप्त आवेदनों का निपटारा किया गया ।