शुक्रवार, 17 दिसंबर 2010

मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना में बिजली कटौती २० घण्‍टे प्रतिदिन पर पहुंची : शुरू हुयी अब रात्रि कालीन बिजली कटौती भी

मुरैना/ ग्‍वालियर 17 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 14 दिसम्‍बर २०१०, 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर २० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ६ बजे से अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 10 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक १७ दिसम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती जारी है । उललेखनीय है कि विगत दो दिन से  रात्रिकालीन बिजली कटौती भी प्रारंभ  कर दी गयी है और रात्रि १ बजे से सुबह ६ बजे तक बिजली कटौती की जा रही है । ज्ञातव्‍य है कि विगत दिनों मुरैना में विकास को धता बताकर भ्रष्‍टाचार में मशगूल मुरैना जिला प्रशासन पर एक फिल्‍म ग्‍वालियर टाइम्‍स द्वारा इण्‍टरनेट पर प्रसारित की गयी थी इसके अलावा फर्जी हिनदूत्‍व के खिलाफ एक बृहद अभियान शुरू किया गया है जिससे मुरैना जिला प्रशासन और म.प्र. सरकार बुरी तरह झल्‍लाई हुयी है ।  वर्तमान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन त्यौहार पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।   

बुधवार, 15 दिसंबर 2010

फेसबुक पर छायी फर्जी ब्राह्मणों और फर्जी राजपूतों की बहार, जालसाजी का नया नुस्‍खा - नरेन्‍द्र सिंह तोमर ‘’आनन्‍द’’

फेसबुक पर छायी फर्जी ब्राह्मणों और फर्जी राजपूतों की बहार, जालसाजी का नया नुस्‍खा

नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

यदि आप मशहूर सोशल नेटर्किंग साइट फेसबुक पर किसी शख्‍स का उपनाम देखकर यह भ्रम मन में पाल बैठे हैं कि वह अमुक शख्‍स वही है या उसी जाति आदि का है तो यह भ्रम अपने मस्तिष्‍क से निकाल दीजिये । हमने तीन महीने तक इस सम्‍बन्‍ध में कई फेसबुक प्रोफाइलों की गहन पड़ताल की और अनेक चौंकाने वाले रहस्‍योद्घाटन हमारे समक्ष हुये ।

फेसबुक पर कई जातिगत कैम्‍पेन यानि संगठन बने हुये हैं , जिसमें कायस्‍थों के कई , ब्राह्मणों के तीन और राजपूतों के पॉंच संगठन हैं , इसी प्रकार अन्‍य जाति समुदाय के लोगों ने भी अपनी अपनी लॉबीबन्‍दी कर रखीं हैं ।

सर्वाधिक संख्‍या में फेसबुक पर पिछले चार महीने के भीतर राजपूत और ब्राह्मण सइस्‍यों की संख्‍या असामान्य और अप्रत्‍याशित रूप से बढ़ी है । हमारा ध्‍यान जब इस ओर आकर्षित हुआ तो हमने बारीकी से न केवल प्रोफाइलों की छानबीन शुरू की अपितु इस नकली व फर्जी खेल को भी समझने की कोशिश की ।

बहुतेरे फर्जी व जाली प्रोफाइल राजपूतों और ब्राह्मणों के उपनामों में बनाकर न केचल फेसबुक के आम सदस्‍यों के साथ धोखाधड़ी की जा रही बल्कि आशंका है कि इसके पीछे बहत बड़ा कोई फर्जीवाड़ा और सुनियोजित रैकेट काम कर रहा है ।

ये फर्जी  प्रोफाइलर्स राजनूत या ब्राह्मण बन कर इस प्रकार फर्जी , अभद्र एवं अश्‍लील कृत्‍य करते हैं कि शर्म भी शर्म से मर जाये ।

ये फर्जी राजपूत और फर्जी ब्राह्मण न केवल भद्र व कुलीन परिवारों की महिलाओं एवं युवतीयों की प्रोफाइलों, नोटस एवं फोटो आदि पर अश्‍लील एवं भद्दे कमेण्‍टस करते हैं एवं यदि कोई महिला या युवती इन्‍हें जरा भी ऑनलाइन नजर आई तो उससे प्रायवेट चाट जबरदस्‍ती करने के प्रयास करते हैं । यदि महिला या युवती अपने परिवार के सदस्‍यों या सहेलियों से भी बात करना या चैट करना चाहे तो ये फर्जी प्रोफाइलर्स उतनी देर उसका आनलाइन टिकना मुश्किल कर देते हैं , यहॉं तक कि सेलिब्रेटिज का भी यही हाल है , अत: इन फर्जी प्रोफाइलर्स गुण्‍डों के डर से अनेक युवतीयों , महिलाओं और सेलिब्रिटीज ने आन लाइन ही छोड़ दिया है । साथ ही अपनी प्रोफाइलों में चित्र अपने लगाना और नवीन चित्रों का अपलोड बंद कर दिया है ।

हमने कई युवतियों से इस बारे में चर्चा की , लगभग सभी बुरी तरह फफक कर रो पड़ीं और सबने एक ही बात कही कि गुण्‍डे बहुत तंग करते हैं सर ।

एक और कॉमन बात जो सामने आई वह यह कि फर्जी हिन्‍दूत्‍व और संस्‍कृति के तथाकथित फर्जी ठेकेदार इन महिलाओं , युवतियों और सेंलिब्रिटीज को अधिक तंग करते हैं और जबरदस्‍ती उन्‍हें ये करो , वो करो ये मत करो वो मत करो का उपदेश पिलाते रहते हैं और जब कोई इन फर्जी हिन्‍दूओं और फर्जीं संस्‍कृति के ठेकेदारों की बात नहीं मानता या विरोध करता है तो ये उसका फेसबुक पर जीना मुहाल कर देते हैं , और ऐसी ऐसी गंदी, भद्दी व अश्‍लील कारगुजारियां करते हैं कि कोई भी भला शख्‍स तुरन्‍त फेसबुक छोड़ कर भाग जाये । यहॉं तक कि ये लोग सार्वजनिक रूप से बेइज्‍जत करने, अश्‍लील गालियां देने , आपत्तिजनक कमेण्‍ट करने उपदेश झाड़ने और अनर्गल प्रवंचनाओं में कोई कोर कसर नहीं रखते ।

मजे की बात ये हैं कि इन फर्जी प्रोफाइलर्स ने एक एक शख्‍स ने औसतन 30 से 40 तक फर्जी प्रोफाइलें बना रखीं हैं । और एक ही शख्‍स विभिन्‍न समय काल और कभी समान समय काल में विभिन्‍न नाम और विभिन्‍न आई डी से फेसबुक पर अवतरित होता है । यहॉं लड़के लोगों को लड़की बन कर और लडकियां लड़के बनकर मूर्ख बनाते रहते हैं । हमने सभी केसों की गहरी छानबीन की ।

फर्जी प्रोफाइलर्स की असल जाति का उल्‍लेख किये बगैर संकेत में हम बता दें कि सरनेम शर्मा, त्रिपाठी, त्रिवेदी, उपाध्‍याय, दुबे, चतुर्वेदी या अन्‍य इसी प्रकार चौहान, सिकरवार, भदौरिया , तोमर , राठौर, जड़ेजा, शेखावत, चूड़ावत जैसे अन्‍य कई सरनेम प्रयोग कर फेस बुक पर आ रहे नाम लगभग 60 फीसदी जाली हैं । असल राजपूत या ब्राह्मण तो महज 40 फीसदी ही फेसबुक पर है बकाया इनके सरनेम उपयोग कर रहा रैकेट 60 फीसदी फर्जी राजपूत और ब्राह्मणों का जालसाज गिरोह है । जो सुनियाकजत तरीके से राजपूतों और ब्राह्मणों को मौका पा कर नीचा दिखाने, बदनाम करने , उनके सरनेम का इस्‍तेमाल कर सेक्‍स रैकेट के कार्यों को अंजाम देने, राजनीतिक कार्य करने, फर्जी हिन्‍दुत्‍व और फर्जी सांस्‍कृतिक प्रोपेगण्‍डा के नाम पर राजपूतो व ब्राह्मणों के नाम से लोगों को तंग करने आदि कार्यों में लिप्‍त है ।

यदि आप सरनेम देखकर किसी को फेसबुक पर राजपूत या ब्राह्मण समझ बैठे हैं तो एकदम सचेत व सतर्क हो जाईये , इन्‍हें अपने खुद के और मामा या अन्‍य रिश्‍तेदार पक्ष के कुल गोत्र शाखा , वंशावली और ठिया ठिकाना खेरा आदि का ज्ञान नहीं होता । आप इनसे झड़ी लगाकर प्रश्‍न करना शुरू करें और सात पुश्‍तों तक इनके कुल गोत्र शाखा वंशावली और रिश्‍तेदारों के कुल वंश गोत्रादि विवरण अवश्‍य पूछें । इन फर्जी प्रोफाइलर्स को केवल उतनी ही जानकारी है जितनी इण्‍टरनेंट आदि माध्‍यमों पर उपलबध है ।

संस्‍कृति और धर्म के नाम पर हड़काने वालों से उनके द्वारा कही गई हर बात का शास्‍त्रीय प्रमाण व सन्‍दर्भ अवश्‍य मांगें , इसी प्रकार ये लोग मनुस्‍मृति का उल्‍लेख कर या उसके श्‍लोंको का तोड़ मरोड़ कर या मनमानी फर्जी व्‍याख्‍या कर लोगों को गुमराह करते रहते हैं , ज्ञातव्‍य है कि मनुस्‍मृति अव्‍वल तो सामान्‍य प्रचलन में और सामान्‍य हिन्‍दू जीवन में मान्‍य ग्रंथ नहीं हैं , अन्‍य ग्रंथों का इनको ज्ञान नहीं है और इधर उधर से श्‍लोक कबाड़ कर या बिगाड़ कर फर्जी कुत्सित एवं मनमानी व्‍याख्‍या कर धार्मिक सामाजिक विद्वेष फैलान , फर्जी नाम और फर्जी आई डी से  राम और कृष्‍ण सहित अन्‍य देवी देवताओं को गालीयां देना उनके खिलाफ अश्‍लील एवं भद्दे लेख लिखना तथा फिर खुद ही लोगों का ध्‍यान उसकी ओर आकषित कर फर्जी निन्‍दा अभियान चलवाना इनका पेशा है । लोगों को दिखाने को ये स्‍वयं भागवान का नाम जपते दिखते हैं और खुद को 24 घण्‍टे हिन्‍दू साबित करने में लगे रहते हैं और खुद ही फर्जी आई डी और फर्जी नामों से दूसरी ओर से भगवानों , धर्म , देवी देवताओं की मॉं बहिन करने में कसर नहीं छोड़ते ।

स्‍मरणीय है कि असल हिन्‍दू को भी कहना या बार बार याद नहीं दिलाना पड़ता कि वह हिन्‍दू है और ये फर्जी हिन्दू और फर्जी प्रोफाइलर्स 24 घण्‍टे लोगो को स्‍मरण कराते रहते हैं कि वे एकमात्र हिन्‍दू हैं अन्‍य कोई नहीं ।    

 

 

मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

शिवराज सरकार की महत्‍वपूर्ण उपलब्धि- ग्‍वालियर चम्‍बल में दीवाली के बाद फिर बिजली कटौती सिर चढ़कर बोली

शिवराज सरकार की महत्‍वपूर्ण उपलब्धि- ग्‍वालियर चम्‍बल में दीवाली के बाद फिर बिजली कटौती सिर चढ़कर बोली

मुरैना/ ग्‍वालियर 14 दिसम्‍बर २०१० .  इससे पूर्व 10  दिसम्‍बर २०१०, 9 दिसम्‍बर २०१०. 4 December 2010 और २८ नवम्‍बर २०१० को प्रकाशित,  ग्‍वालियर चम्‍बल के संभागीय मुख्‍यालयों पर १० घण्‍टे की घोषित  नियमित बिजली कटौती के बाद अब अंधाधुन्‍ध अघोषित बिजली कटोती - इस समाचार के प्रकाशन के वक्‍त तक संभागीय मुख्‍यालयों पर प्रात: ६ बजे से अभी तक बिजली नहीं थी ।

मुरैना एवं भिण्‍ड जिला में प्रतिदिन की जा रही 10 घण्‍टे की डिक्‍लेयर्ड बिजली कटौती के बाद दीपावली के त्‍यौहार पर तथा त्‍यौहार गुजरने के बाद अतिरिक्‍त बिजली कटौती का चम्‍बल संभाग के निवासियों को और अधिक सामना करना पड़ रहा है ।

नरक चतुर्दशी पर जहॉं रात में १० बजे  से ११ बजे तक की अतिरिक्‍त बिजली कटौती की गयी वहीं ऐन दीपावली यानि आज ५ नवम्‍बर २०१० को प्रात: ७ बजे से काटी गयी बिजली कटौती आज दिनांक २८ नवम्‍बर को इस समाचार के लिखे और प्रकाशित किये जाने के वक्‍त तक समूचे शहर में बिजली कटोती जारी है । वर्ममान में शहर में शट डाउन चल रहा है । उल्लेखनीय है कि चम्‍बल के ६५ फीसदी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली है ही नहीं वहीं जहॉं हैं वहॉं दो दिन छोड़ कर महज ४ घण्‍टे के लिये मात्र बिजली दी जा रही है । ऐन त्यौहार पर की जा रही अनाप शनाप भारी बिजली कटौती से जनता में भारी रोष व आक्रोश व्याप्‍त हो गया है । स्‍मरणीय है मुरेना शहर चम्बल संभाग का संभागीय मुख्‍यालय है । इस दरम्‍यान बिजली घर का शिकायत दर्ज कराने का फोन नंबर ०७५३२- २३२२४४ सहित सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के फोन बन्‍द चल रहे हैं जो कि हरदम बिजली शट डाउन करने से पूर्व आउट ऑफ क्रेडल एवं स्विच आफॅ कर लिये जाते हें ।