शुक्रवार, 28 जनवरी 2011

किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया 30-31 को मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर जायेंगे

किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया 30-31 को मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर जायेंगे

भोपाल  28  जनवरी  2011  किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया 29 जनवरी को रात्रि में 9 बजे भोपाल एक्सप्रेस से मुरैना जायेंगे। वे 30 जनवरी, को प्रात: 10.30 बजे मुरैना में पाला प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों से मिलेंगे। इसी दिन मुरैना में अधिकारियों की बैठक लेंगे। दोपहर 12.30 बजे मुरैना से भिण्ड के लिए प्रस्थान कर अपरान्ह 3.30 बजे भिण्ड पहुँचकर पाला प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों से मिलेंगे तथा अधिकारियों की बैठक लेंगे। श्री कुसमरिया रात्रि में भिण्ड से ग्वालियर जायेंगे।

डा. कुसमरिया 31 जनवरी को ग्वालियर में पाला प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों से मिलेंगे। इसके बाद ग्वालियर में अधिकारियों की बैठक लेंगे। दोपहर एक बजे ग्वालियर से शिवपुरी जायेंगे। शिवपुरी में पाला प्रभावित क्षेत्रों के किसानों से मिलेंगे तथा अधिकारियों की बैठक लेंगे। डा. कुसमरिया शाम 6 बजे शिवपुरी से ग्वालियर पहुंचेंगे। ग्वालियर से रात्रि में 9 बजे जी.टी. एक्सप्रेस से प्रस्थान कर एक फरवरी को प्रात: 5.35 बजे भोपाल वापिस आयेंगे।

मिश्रा जी का वजन बढ़ा: नरोत्तम मिश्रा को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का भी प्रभार

मिश्रा जी का वजन बढ़ा: नरोत्तम मिश्रा को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का भी प्रभार

किसान आंदोलन समाप्‍त कराने पर मिला इनाम

 

भोपाल  28  जनवरी  2011  राज्य शासन ने संसदीय कार्य, विधि और विधायी कार्य, आवास मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। तत्संबंध में अधिसूचना कल जारी कर दी गई है।

राज्य सूचना आयोग द्वारा लोक सूचना अधिकारी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना

राज्य सूचना आयोग द्वारा लोक सूचना अधिकारी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना

उच्च शिक्षा विभाग के तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी सुरेन्द्र कुमार उपाध्याय जानकारी न देने के दोषी

भोपाल  28  जनवरी  2011  म.प्र.  राज्य सूचना आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी श्री सुरेन्द्र कुमार उपाध्याय पर जानकारी न देने के कारण 25 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है। मुख्य सूचना आयुक्त श्री पद्मपाणि तिवारी ने इस आशय का आदेश 24 जनवरी 2011 को जारी किया है। इस आदेश में दोषी अधिकारी को एक माह के भीतर 25 हजार रुपये की राशि आयोग के कार्यालय में जमा करने के लिये कहा गया है। श्री उपाध्याय वर्तमान में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भोपाल के पद पर पदस्थ हैं।

शासकीय महाविद्यालय खातेगांव जिला देवास के सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र श्री एस.के. वागले ने लोक सूचना अधिकारी एवं अपीलीय अधिकारी द्वारा समयावधि में सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत जानकारी न देने के कारण अपनी अपील सूचना आयोग के कार्यालय में की थी। अपील करने वाले श्री वागले ने अपने आवेदन में कहा कि कार्यालय आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग से जो पत्र उन्हें मिला है, उस पत्र में उच्च शिक्षा विभाग के पूर्व आयुक्त के हस्ताक्षर वास्तविक होने पर संदेह व्यक्त किया गया है। इस हस्ताक्षर के मिलान के लिये श्री वागले द्वारा श्री एस.के. उपाध्याय के समक्ष लोक सूचना अधिकार अधिनियम के तहत आवेदन प्रस्तुत किया गया। तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी श्री उपाध्याय ने उनका आवेदन जांच कार्य में अवरोध उत्पन्न करने एवं अपराधियों को पकड़े जाने में आने वाली दिक्कतों को बताकर अमान्य कर दिया।

राज्य सूचना आयोग में प्रस्तुत किये गये आवेदन की जांच करने में तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी की लापरवाही सामने आयी। इसके लिये राज्य सूचना आयोग ने श्री उपाध्याय को अपना पक्ष प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया। नोटिस मिलने के बाद भी तत्कालीन लोक सूचना अधिकारी न तो आयोग के समक्ष उपस्थित हुए और ना ही उनके द्वारा लिखित जवाब दिया गया।

 

राष्‍ट्रीय कैडेट कोर की रैली को प्रधानमंत्री ने संबोधित किया

राष्‍ट्रीय कैडेट कोर की रैली को प्रधानमंत्री ने संबोधित किया

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्‍ली में राष्‍ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की रैली को संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री के दिए गए संबोधन का अनूदित पाठ इस तरह है: 

''राष्‍ट्रीय कैडेट कोर के युवा और उत्‍साही कैडेटों के बीच आकर मुझे अपार खुशी हुई है। हमारे देश के युवा लड़के और लड़कियों के व्‍यक्तित्‍व विकास में सराहनीय योगदान के लिए मैं एनसीसी की प्रशंसा करता हूं। एनसीसी राष्‍ट्रीय एकता व अनुशासन, देशभक्ति और सामूहिकता का गौरवपूर्ण प्रतीक है। 

एनसीसी के आप सभी युवा कैडेट देश के सभी हिस्‍सों और समुदाय से आते हैं। आप विभिन्‍न भाषाएं बोलते हैं और विभिन्‍न धर्मों में आस्‍था रखते हैं। एनसीसी के कार्य साबित करते हैं कि हमारे समाज की विभिन्‍नता मतभेदों को उत्‍पन्‍न नहीं करती बल्कि यह मजबूती और ताकत का स्रोत है। एनसीसी में प्रतिभा, अनुभव और विद्वता की प्रचुरता हमारे देश के बहुत बड़े संसाधन हैं। 

हर साल स्‍वामी विवेकानन्‍द के जन्‍मदिवस 12 जनवरी को राष्‍ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत सरकार ने इस साल इनके जन्‍म की 150वीं वर्षगांठ (2013) के अवसर पर चार सालाना उत्‍सव की शुरुआत की है। 

स्‍वामी विवेकाननद महान वक्‍ता और हमारी युवाशक्ति के जबरदस्‍त समर्थक थे। उनका विश्‍वास था कि देश में बदलाव के लिए युवाशक्ति सबसे महत्‍वपूर्ण घटक है। उन्‍होंने कहीं लिखा था, ''क्‍या तुममें घोर बाधाओं से निपटने का साहस है? क्‍या तब भी तुममें तब अपना लक्ष्‍य पाने का निश्‍चय है, जब तुम्‍हारे करीबी और प्रिय ही तुम्‍हारा विरोध करें? तुम स्‍वतंत्र पुरुष तभी बन सकते हो, जब तुम्‍हारा स्‍वयं में विश्‍वास हो। तुम्‍हें अपना शरीर मजबूत बनाना चाहिए। तुम्‍हें अध्‍ययन और ध्‍यान से अपने मस्तिष्‍क का विकास करना चाहिए। तभी तुम्‍हारी जीत होगी।''

''मैं आप सभी प्रिय कैडेटों से आग्रह करता हूं कि ज्ञान के इन प्रेरणादायी शब्‍दों को आत्‍मसात करें और जीवन में जो भी कुछ करने का निश्‍चय किया है, उसमें उत्‍कृष्‍ट बनने का प्रयास करें। इस समय आपको अपनी शारीरिक क्षमता बढ़ानी चाहिए और अपनी सोच का विस्‍तार करना चाहिए। मैं बहुत खुश हूं कि एनसीसी कैडेटों ने पर्वतारोहण, ट्रैकिंग (लंबी पैदल यात्रा) और नौकायन में उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन किया है। कैडेटों ने निशानेबाजी की राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍पर्द्धाओं में भी काफी ख्‍याति बटोरी है।

मैंने कई देशों की यात्रा की है, पर शायद ही कहीं मैंने भारत से ज्‍यादा योग्‍य, शिक्षित, आशान्वित, जुनूनी और संस्‍कारी युवा देखे हैं। व्‍यक्तिगत उत्‍कृष्‍टता बड़े गौरव की बात होती है और इसे पहचान और सम्‍मान मिलना चाहिए, लेकिन कोई भी समाज या संगठन सिर्फ व्‍यक्तिगत प्रयासों से फल-फूल नहीं सकता। समूह के सभी सदस्‍यों को अपना दायित्‍व अवश्‍य निभाना चाहिए और इसके लिए उन्‍हें प्रोत्‍साहित किया जाना चाहिए। हमारी और हमारे नेतृत्‍व की सबसे बड़ी चुनौती केवल उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन करने वालों को ही प्रेरित करना नहीं बल्कि उन्‍हें भी प्रेरित करना है, जो समूह में सबसे छोटे या सबसे कमजोर हैं।

हमें अपने बच्‍चों में सामूहिकता और अपने समाज की सेवा से संबंधित संस्‍कारों का विकास करना चाहिए। मेरा विश्‍वास है कि संस्‍कारों की शिक्षा हमारी परवरिश के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण हैं और एनसीसी जैसी संस्‍थाओं को इसके लिए पथप्रदर्शन करना चाहिए। एनसीसी को स्‍थानीय समुदायों के साथ काम करके उदाहरण प्रस्‍तुत करना चाहिए।

हमें आपलोगों को यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि सरकार ने राष्‍ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के बेहतर कामों का सम्‍मान करते हुए इसके कैडेटों की स्‍वीकृत क्षमता 13 लाख से बढ़ाकर 15 लाख कर दी है।

अपना वक्‍तव्‍य पूरा करने से पहले मैं मित्र राष्‍ट्रों से युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत गणतंत्र दिवस शिविर में भाग लेने आए सभी युवा कैडेटों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मैं उम्‍मीद करता हूं कि इनका भारत प्रवास सुखद रहा होगा और जब ये अपने देश जाएंगे तो भारत से कुछ लेकर जाएंगे। इन शब्‍दों के साथ ही मैं आप सबको आपके उत्कृष्‍ट प्रदर्शन के लिए बधाई देता हूं। मैं भविष्‍य के आपके बेहतरीन प्रयासों के लिए आपको अपनी शुभकामनाएं देता हूं।''

 

बुधवार, 26 जनवरी 2011

मुरैना और भिण्‍ड में अनेक पत्रकार अछूत करार, नहीं बुलाया गया गणतंत्र दिवस समारोह में

मुरैना और भिण्‍ड में अनेक पत्रकार अछूत करार, नहीं बुलाया गया गणतंत्र दिवस समारोह में

मुरैना / भिण्‍ड 26 जनवरी 2011 , यूं तो म.प्र. शासन के जनसंपर्क कार्यालय जो कि भ्रष्‍टाचार और अंधेरगर्दी में बुरी तरह आकण्‍ठ डूबे हैं , अब हालात उस कदर हावी हैं कि इन जनसम्‍पर्क कार्यालयों के लिये अब संभाग के वरिष्‍ठतम और जाने माने पत्रकार अछूत हो गये हैं ।

हालांकि मुरैना जनसंपर्क कार्यालय के तो हालात बहुत पहले से खराब थे और रामनिवास टुण्‍डेलकर नामक एक हरिजन बाबू के हवाले यह कार्यालय था ।

हालात इतने बिगड़ गये कि रामनिवास टुण्‍डेलकर और गौरी बाबू ने अंचल के अनेक वरिष्‍ठतम पत्रकारों को अछूत और अस्‍पर्श्‍य घोषित करवा कर सरकारी पत्रकारवार्ताओं और यहॉं तक कि भारत के पुनीत पर्वों स्‍वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस समारोहों के कार्यक्रमों तक में आमंत्रित कराना तक बंद कर दिया है ।  

आज के गणतंत्र दिवस समारोह में भी मुरैना के तकरीबन 40 वरिष्‍ठतम और विख्‍यात पत्रकारों को और भिण्‍ड में करीब 25 वरिष्‍ठ और विख्‍यात पत्रकारों को आमंत्रित नहीं किया गया है ।

इन जनसंपर्क कार्यालयों के बकाया राज और भ्रष्‍टाचार व अंधेरगर्दी  पर विस्‍तृत आलेख शीघ्र ....  जय हिन्द ... जय भारत  ....  जय  श्रीकृष्‍ण  ... जय  महा भारत